इंदौर। रूस की दूसरी वरीयता प्राप्त ओल्गा डोरोशिना ने अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करते हुए इंदौर ओपन 15 हजार डॉलर इनामी आईटीएफ वूमंस टेनिस चैंपिनयशिप का खिताब अपने नाम किया। फाइनल में उन्होंने तीसरी वरीयता प्राप्त मोंटिनिग्रो की एना वेसेलिनोविच को सीधे सेटों में 7-6(6), 6-2 से पराजित किया। इंदौर टेनिस क्लब में मध्यप्रदेश टेनिस संघ द्वारा आयोजित इस इनामी चैंपियनशिप का महिला एकल का फाइनल दूसरे और तीसरी वरीयता प्राप्त रूस और मोंटिंग्रो की खिलाड़ी के मध्य था। दोनों ही खिलाड़ी बाएं हाथ से सर्विस करने के कारण एक-दूसरे के खेल की बारिकियां व कमजोरियां अच्छी तरह जानती थी। पहले सेट में ओल्गा ने 4-1 की बढ़त बना ली थी। लेकिन एना ने जोरदार वापसी करते हुए ओल्गा की लगातार दो सर्विस ब्रेक की और 4-4 की बराबरी कर ली। एना को एक बार जीत का मौका भी मिला जब वह 6-5 से आगे थी, लेकिन ओल्गा ने धैर्य पूर्वक खेलते हुए न सिर्फ सेट को बराबरी पर पहुंचाया बल्की टाईब्रेकर में भी 8-6 से जीत हासिल की। टाईब्रेकर में भी ओल्गा 0-5 से पिछड़ रही थी, फिर भी उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया और जोरदार वापसी कर जीत हासिल की।
दूसरे सेट में एना थकी हुई लग रही थी। जिसका फायदा ओल्गा ने उठाया और लगातार सर्विस ब्रेक करते हुए मुकाबले को आसानी ने जीत लिया। मुकाबला लगभग डेढ़ घंटा चला। ओल्गा ने पूरे मैच में जहां 7 एस लगाए और इतने ही डबल फाल्ट भी किए। लेकिन एना ने काफी गलतियां की। दूसरे सेट में ओल्गा ने अपना गेम चेंज किया और ओल्गा को काफी परेशान किया। जिससे वह उभर नहीं पाई। विजेता ओल्गा को 2352 डॉलर इनाम में मिले वहीं 12 आईटीएफ भी हासिल किए। वहीं एना को 1470 डॉलर और 7 आईटीएफ अंक प्राप्त हुए। एकल वर्ग का पुरस्कार वितरण एडीजी अजय कुमार शर्मा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर आईटीसी चेयरमैन सुरेंद्र सिंह गढ़ा, एमपीटीए सचिव अनिल धूपर, बी.एस. छाबड़ा, अनुराग ठाकुर, विजय वर्मा, अतुल धूपर, मुख्य रैफरी शीतल अय्यर व अर्जुन धूपर उपस्थित थे। संचालन साजिद लोदी ने किया।