नई दिल्ली : भारत में होने वाले आगामी वनडे विश्व कप में अब महज 58 दिन ही बचे हैं। ऐसे में सभी टीमें तैयारियों में जुट गई हैं। भारतीय टीम ने भी वेस्टइंडीज दौरे से इसकी शुरुआत कर दी है। वनडे सीरीज में भारतीय टीम प्रबंधन ने कई सारे खिलाड़ियों को आजमाया। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया।
वेस्टइंडीज के साथ खत्म हुई वनडे सीरीज में भारतीय टीम ने कई खिलाड़ियों आजमाया। इसके अलावा जनवरी महीने से ही भारतीय टीम प्रबंधन ने कई खिलाड़ियों को मौका दिया, लेकिन अभी तक वनडे वर्ल्ड कप में वो 15 खिलाड़ी कौन होंगे, इसकी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। लगातार खिलाड़ियों के बदलाव से कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कहीं यह दांव भारत को भारी ना पड़ जाए। आइए इन्हीं कुछ बिंदुओं पर नजर डालते हैं।
बाएं हाथ के बल्लेबाजों की कमी
क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि भारतीय वनडे टीम में टॉप ऑर्डर में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की कमी है। 2011 में विश्व विजेता भारतीय टीम में गौतम गंभीर, युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे बाएं हाथ के सुपरस्टार खिलाड़ी थे, जिन्होंने विपक्षी बॉलिंग अटैक को सेट नहीं होने दिया था। इस बार भारतीय टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की कमी दिख रही है। ऋषभ पंत कार एक्सीडेंट के बाद से रिहैब पर हैं। उनका खेलना संभव नहीं। फिलहाल, टीम में ईशान किशन और रवींद्र जडेजा ही बाएं हाथ के बल्लेबाज दिखाई दे रहे हैं। शिखर धवन वनडे वर्ल्ड कप टीम में जगह बना पाते हैं या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।
परिवर्तन से हो सकता है खतरा
भारत ने इस साल, चाहे वनडे हो या टी-20 दोनों ही प्रारूपों में कई सारे परिवर्तन किए। पिछले 5-6 महीने में 8 से 9 खिलाड़ियों को आजमाया गया। इनमें कई खिलाड़ी ऐसे रहे, जिन्होंने केवल एक या दो मैच खेले या फिर टीम का हिस्सा बनकर ही रह गए। सेलेक्टर्स ने इन्हें लगातार मौके नहीं दिए। लगातार हुए बदलाव से खिलाड़ियों को सेट होने का मौका नहीं मिल पाया है।
चार नंबर के खिलाड़ी का फंसा पेंच
श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के चलते चार नंबर के बल्लेबाज का संकट गहरा गया है। हालांकि, एनसीए में वह रिहैब पर हैं। उनके ठीक होने की उम्मीद टीम इंडिया कर रही है। अगर वह अनुपस्थित होते हैं तो सूर्यकुमार उनकी जगह ले सकते हैं, या फिर विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में केएल राहुल और ईशान किशन को मौका दिया जा सकता है। 2019 में चार नंबर पर विजय शंकर को ट्राई किया गया था। इस साल जितने भी बल्लेबाजों को खिलाया गया है, अभी तक कोई भी प्रदर्शन पर खरा नहीं उतरा है।