नई दिल्ली: भारत-इंग्लैंड के बीच पांच मैचों टेस्ट सीरीज के बाद अब वुमेंस प्रीमियर लीग 2024 (WPL 2024) में डिसिजन रिव्यू सिस्टम (DRS) सवालों के घेरे में आ गया है। बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सोमवार,4 मार्च को रॉयल चैलेंजर् बैंगलोर (RCB) के खिलाफ यूपी वॉरियर्स (UPW) की खिलाड़ी चमारी अटापट्टू के विकेट पर विवाद हो गया। इसे देखकर यूपी वॉरियर्स की कप्तान एलिसा हीली हैरान रह गईं। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इस विवाद पर हॉकआई से जवाब मांगा है। मामला यूपी वॉरियर्स की पारी के सातवें ओवर का है। जॉर्जिया वेयरहैम ने एक टॉसड अप गेंद फेंकी अटापट्टू स्वीप शॉट खेलीं और बीट हो गईं। गेंद उनके आगे के पैर पर लगी। ऑन-फील्ड अंपायर ने नॉट आउट दिया। आरसीबी की कप्तान स्मृति मंधाना ने रिव्यू लेने का फैसला किया। बॉल-ट्रैकिंग से पुष्टि हुई कि गेंद और बल्ले का संपर्क नहीं हुआ है।
आकाश चोपड़ा ने वीडियो शेयर करते हुए सवाल किया
हॉकआई से पता चला कि गेंद पैर पर पिच हुई और स्टंप से टकराती। अटापट्टू और हीली बॉल-ट्रैकिंग तकनीक से दंग रह गए क्योंकि वेयरहैम ने लेग स्पिन गेंद की थी। अब आकाश चोपड़ा ने इसका वीडियो शेयर करते हुए सवाल किया, ” यह लेग स्पिन डिलीवरी है। गेंद वास्तव में पैर के करीब पिच हुई। हॉकआई प्रोजेक्शन इसे सीधी गेंद/गुगली के तौर पर लेता है… मिडिल स्टंप को हिट करता हुआ दिखाता है। इसे लेकर हॉकआई का जवाब सुनना चाहूंगा। क्या गलतियां तब ज्यादा होती हैं जब गेंद पैड के बहुत करीब पिच होती है? याद रखें जो रूट का एलबीडब्ल्यू भी हाफ वॉली था।”
पॉल हॉकिन्स ने बताया था कैसे हॉकआई करता है काम
इससे पहले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने डीआरएस को पारदर्शी बनाने के लिए हॉकआई ऑपरेटर्स पर कैमरा लगाने की बात कही थी। इसके बाद हॉक-आई के जनक पॉल हॉकिन्स ने माइकल वॉन पर निशाना साधा था। साथ ही बताया था कि डीआरएस ऑपरेटर्स कैसे काम करते हैं। यह भी बताया था कि वैन के अंदर क्वालिटी कंट्रोल के लिए कैमरे होते हैं।