नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रोमांचक मोड़ पर है। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट के आखिरी दिन बुधवार (18 दिसंबर) का दिलचस्प होगा। भारत का फॉलोऑन बचने के बाद ड्रॉ की संभावना ज्यादा है, लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि क्या ऑस्ट्रेलिया की टीम जीत के लिए जाने का जोखिम उठाएगी? बारिश की संभावनाओं के बीच पैट कमिंस की क्या रणनीति होगी? क्या 300 का टारगेट पर्याप्त होगा? आइए जानते हैं दोनों टीमों की क्या रणनीति होगी।
भारत को आउट करना पहला लक्ष्य
गाबा टेस्ट के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया का पहला लक्ष्य भारतीय टीम को जल्द से जल्द आउट करना होगा। जसप्रीत बुमराह और आकाशदीप जितनी देर क्रीज पर रहेंगे उतनी ही उनकी बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलिया को चुभेगी। भारतीय टीम ने 74.5 ओवर में 9 विकेट पर 252 रन बचा लिए। फॉलोऑन बचने के बाद भारतीय टीम राहत महसूस कर रही होगी। वह ड्रॉ से संतुष्ट होगी।
कितना लक्ष्य देना चाहेगी ऑस्ट्रेलिया?
ऑस्ट्रेलिया की टीम कम से कम 2 सत्र भारतीय टीम को ऑलआउट करने के लिए बॉलिंग करना चाहेगी। जोश हेजलवुड मैच से बाहर हो गए हैं तो पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क पर भार ज्यादा होगा। ऐसे में कंगारू बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने होंगे। 2 सेशन में 300 का टारगेट दोधारी तलवार साबित हो सकती है। भारतीय टीम हार भी सकती है और जीत भी सकती है। एक गेंदबाज कम होना ऑस्ट्रेलिया के लिए दुविधा है।
भारत की क्या होगी रणनीति?
भारतीय टीम फिलहाल वेट एंड वॉच वाली स्थिति में है। वह अभी कोई रणनीति नहीं बना रही होगी। रोहित शर्मा चाहेंगे कि भारतीय गेंदबाज सटीक लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करें। ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में आसानी से रन न बना सके। बल्लेबाजी आने पर भारतीय टीम अच्छी शुरुआत चाहेगी। मजबूत स्थिति में पहुंचने के बाद लक्ष्य हासिल करने की कोशिश करेगी। खराब शुरुआत होने पर टीम ड्रॉ कराने की कोशिश करेगी।
भारत के लिए डब्ल्यूटीसी का समीकरण
भारतीय टीम के डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए सबसे आदर्श स्थिति यह है कि वह हार से बचे। एक ड्रॉ और दो मैच जीतकर 60.52 के पीसीटी के साथ वह फाइनल में पहुंच सकता है। ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए जीत जरूरी है।