लंदन: ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को भरोसा है कि वह अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ लय में चल रहे हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉर्ड्स में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिए प्लेइंग-11 में जगह बनाने का भरोसा जताया। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लॉर्ड्स में 11 जून से डब्ल्यूटीसी का खिताबी मुकाबला खेला जाएगा।
हेजलवुड आईपीएल 2025 सीजन के खत्म होने के बाद जोश इंग्लिस के साथ देर से इंग्लैंड पहुंचे हैं। हेजलवुड आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) टीम का हिस्सा थे जिसने फाइनल में पंजाब किंग्स को हराया था। हेजलवुड ने आईपीएल 2025 में 22 विकेट लिए थे और टीम को मिली खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वह अब लाल गेंद प्रारूप की तैयारियों में जुट गए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के वैकल्पिक ट्रेनिंग सीजन में पांच ओवर तक गेंदबाजी की।
अगर हेजलवुड अच्छी लय में दिखेंगे तो स्कॉट बोलैंड की जगह उन्हें प्लेइंग-11 में तरजीह दी जा सकती है। 2023 में एशेज सीरीज से टेस्ट प्रारूप में वापसी के बाद से हेजलवुड शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने 13 मैचों में 19.68 के औसत से 57 विकेट लिए हैं। हेजलवुड ने कहा, 2023 में मैं काफी करीब था। इससे पहले आईपीएल में मुझे कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा था और उसके बाद कुछ छोटी-मोटी समस्याएं भी हुईं, इसलिए मैं पूरी तरह से स्वस्थ नहीं था, लेकिन इस बार मैं बेहतर स्थिति में महसूस कर रहा हूं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हेजलवुड ने कहा, मुझे लगता है कि किसी भी प्रारूप में मेरे आंकड़े पिछले दो वर्षों में अच्छे रहे हैं और कौशल के मामले में भी मैंने प्रगति की है। मुझे अब भी लगता है कि मैं अपने करियर की शायद सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी कर रहा हूं और यह सिर्फ शरीर के टिके रहने की बात है, जैसा कि पिछले कुछ महीनों से हो रहा है। हम निश्चित रूप से ट्रेनिंग में इस तरह से ढल रहे हैं कि लगातार दो दिन अभ्यास कर सकें, एक बड़ा दिन बिता सकें, उसके अगले दिन एक और गेंदबाजी सत्र और इस तरह की अन्य चीजें कर सकें, ताकि हम खुद को सर्वश्रेष्ठ स्थिति में रख सकें।
हेजलवुड को उम्मीद है कि आईपीएल के थोड़ी देरी से समाप्त होने से उनकी तैयारी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वह डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले लाल गेंद की पर्याप्त ट्रेनिंग लेने के प्रति आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा, अहमदाबाद में आईपीएल फाइनल से पहले मैंने कुछ ओवर अच्छी गेंदबाजी की थी। वहां की तुलना में यहां मौसम अलग है। यह काफी कठिन सत्र था और फिर जब भी आप आईपीएल में कोई मैच खेलते हैं, तो आपको शायद वॉर्म-अप के साथ लगभग सात या आठ ओवर खेलने को मिलते हैं।