नई दिल्ली: भारत को मेलबर्न टेस्ट मैच में 184 रन के अंतर से हार मिली और इस हार के लिए पूरी तरह से वो भारतीय बल्लेबाजी जिम्मेदार रहे जिन्होंने दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। भारत को इस मैच में जीत के लिए 340 का टारगेट मिला था और टीम इंडिया को ये बात अच्छी तरह से पता थी कि वो इस स्कोर को चेज नहीं कर सकते हैं। यहां से भारत को मैच ड्रॉ कराने के लिए खेलना था और बल्लेबाजों को ये बातु सुनिश्चित करनी थी कि वो तीन सेशन यानी पूरे 6 घंटे बल्लेबाजी करें।
अगर आप भारतीय बैटिंग लाइनअप को देखें तो इसमें ऐसे बल्लेबाज हैं जो लंबे वक्त तक बल्लेबाजी कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और भारत को हार का सामना करना पड़ा। दूसरी पारी में भारत ठीक स्थिति में था और भारत का चौथा विकेट 121 रन के स्कोर पर गिरा था, लेकिन 155 रन पर टीम इंडिया सिमट गई यानी 34 रन के अंदर ही भारत ने अपने 6 विकेट गंवा दिए। यही नहीं दूसरी पारी में भारत के 9 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए और 8 विशेषज्ञ बल्लेबाजों में से 6 ने सिर्फ 22 रन बनाए।
भारत के 6 विशेषज्ञ बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में बनाए सिर्फ 22 रन
मेलबर्न टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भारत के 8 में से 6 विशेषज्ञ बल्लेबाजों ने मिलकर सिर्फ 22 रन बनाए। दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 84 रन बनाए जबकि ऋषभ पंत के बल्ले से 30 रन निकले। इन दोनों के अलावा 6 अन्य विशेषज्ञ बल्लेबाजों में रोहित शर्मा ने 9 रन तो वहीं केएल राहुल डक पर आउट हुए। इसके अलावा विराट कोहली ने 5 रन, रविंद्र जडेजा ने 2 रन, नितीश रेड्डी ने एक रन जबकि वाशिंगटन सुंदर ने 5 रन की पारी खेली। इन सभी बल्लेबाजों ने 22 रन बनाए और टीम की हार का कारण रहे।
9 भारतीय बल्लेबाज नहीं छू पाए दहाईं का आंकड़ा
दूसरी पारी में भारत की बल्लेबाजी उम्मीद से भी खराब रही और 11 में से 9 बल्लेबाज तो दहाईं का आंकड़ा यानी 10 रन तक भी नहीं पहुंच पाए। इनमें कप्तान रोहित शर्मा ने 9 रन बनाए जबकि कोहली ने 5 रन, जडेजा ने 2 रन, नितीश रेड्डी ने एक रन, वाशिंगटन सुंदर ने 5 रन तो वहीं आकाशदीप ने 7 रन की पारी खेली। दूसरी पारी में टीम के तीन बल्लेबाज केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज शून्य पर आउट हुए।