नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह ने साफ तौर पर कहा था कि जो क्रिकेटर टीम से बाहर है तो उसे टीम में वापसी करने के लिए घरेलू रेड बॉल क्रिकेट में हिस्सा लेना ही होगा, लेकिन भारतीय टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज इशान किशन ने उनकी बात को अनसुना कर दिया और झारखंड की तरफ से रणजी क्रिकेट टूर्नामेंट 2023-24 के आखिरी लीग मैच में खेलने के लिए नहीं उतरे।
झारखंड की टीम इस रणजी सीजन में अपना आखिरी लीग मैच राजस्थान के खिलाफ खेल रही है। इशान टीम इंडिया से बाहर आने के बाद रणजी के इस सीजन में एक भी मैच नहीं खेल पाए, लेकिन आईपीएल 2024 से पहले वह डीवाई पाटिल टी20 लीग में खेलते हुए नजर आएंगे।
डीवाई पाटिल टी20 टूर्नामेंट में खेलेंगे इशान
इशान किशन को भारतीय थिंक-टैंक के एक वरिष्ठ सदस्य ने टेस्ट टीम में वापसी करने के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर कहा कि वह कुछ तकनीकी पहलुओं पर काम कर रहे हैं और इसकी वजह से वह रेड-बॉल क्रिकेट खेलने के लिए तैयार नहीं थे। पटना के 25 साल के इशान किशन इस वक्त बड़ौदा में मुंबई इंडियंस टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ प्रैक्टिस कर रहे हैं और मुंबई के डीवाई पाटिल टी20 टूर्नामेंट में भारतीय रिजर्व बैंक के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने के लिए तैयार हैं।
डीवाई पाटिल टी20 एक ऐसा टूर्नामेंट है जिसमें ज्यादातर ऑफिस टीमें हिस्सा लेती हैं और बहुत सारे खिलाड़ी इस इवेंट में आईपीएल जैसा लुत्फ उठाते हैं। बीसीसीआई ने अब आईपीएल में खेलने से पहले खिलाड़ियों के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलना अनिवार्य कर दिया है और इस स्थिति में इशान किशन के पास मजबूरी है कि वह प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में खेलें जिससे की आईपीएल के लिए उनका रास्ता खुल सके। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने हाल ही में राजकोट में मीडिया से कहा था कि अगर आप फिट हैं तो कोई बहाना नहीं चलेगा।
जय शाह ने कहा था कि यह नियम सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों पर लागू होता है, उन्हें खेलना होगा। खिलाड़ी अपना भविष्य तय नहीं कर सकता है, चयनकर्ताओं को यह तय करना होगा। यदि खिलाड़ी लाल गेंद में अच्छा है, तो उसे खेलना होगा। आपको बता दें कि रणजी के आखिरी लीग मैच के मुकाबले शुरू हो चुके हैं, लेकिन टीम इंडिया से बाहर किए गए श्रेयस अय्यर भी खेलते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि श्रेयस अय्यर को पीठे के निचले हिस्से और कमर में समस्या थी।