नई दिल्ली: वानखेड़े में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी 2023-24 के फाइनल में मुंबई का पलड़ा विदर्भ पर भारी दिखाई दे रहा है। मुंबई ने विदर्भ को 538 रन का टारगेट दिया है। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक विदर्भ ने बैगर किसी विकेट के 10 रन बना लिए थे। अथर्व तायडे 3 और ध्रुव शौर्य 7 रन बनाकर क्रीज पर। अभी 2 दिन का खेल यानी 180 ओवर बचे हैं, ऐसे में मैच का परिणाम निकलना तय है। अजिंक्य रहाणे की अगुआई में मुंबई 42वीं बार रणजी टाइटल जीतने के करीब है। अगर मैच ड्रॉ रहा तो भी मुंबई की टीम चैंपियन बनेगी। रणजी ट्रॉफी के नियम के अनुसार मुकाबला ड्रॉ रहने पर पहली पारी में बढ़त वाली टीम चैंपियन बन जाती है। मुंबई ने पहली पारी में 224 रन बनाए थे। इसके जवाब में विदर्भ की टीम 105 रन पर आउट हो गई। मुंबई को 119 रन की बढ़त मिली। दूसरी पारी में मुंबई ने 418 रन बनाए।
रणजी ट्रॉफी में नहीं हुआ कभी 380 रन से ऊपर का टारगेट चेज
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में कभी 380 रन से ज्यादा टारगेट चेज नहीं हुआ है। 350 से ऊपर का स्कोर 5 बार चेज हुआ है। 3 बार 370 से ऊपर का टारगेट चेज हुआ है। रेलवे के नाम सबसे सफल रन चेज है। उसने इसी सत्र में ऐसा किया था। उसके अलावा सौराष्ट्र, असम, राजस्थान और उत्तर प्रदेश ने ऐसा किया है।
रणजी ट्रॉफी का सबसे सफल रन चेज
अगर विदर्भ की टीम 539 रन के टारगेट को चेज कर लेती है तो वह इतिहास रच देगी। रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे सफल रन चेज का रिकॉर्ड रेलवे के नाम है। उसने इसी सीजन त्रिपुरा के खिलाफ 378 रन का टारगेट चेज किया था। इससे पहले यह रिकॉर्ड सौराष्ट्र के नाम था। उसने 2019-20 में 372 रन का टारगेट चेज किया था।
रणजी ट्रॉफी में सबसे सफल रन चेज
रेलवे बनाम त्रिपुरा द्वारा 378/5 – 2023-24
सौराष्ट्र बनाम उत्तर प्रदेश द्वारा 372/4 – 2019-20
371/4 असम बनाम सर्विसेज – 2008-09
राजस्थान बनाम विदर्भ द्वारा 360/4 – 1989-90
उत्तर प्रदेश बनाम महाराष्ट्र द्वारा 359/4 – 2021-22