नई दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी बहु-राष्ट्रीय प्रतियोगिता पेरिस ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से होने जा रही है। इसके लिए हर देश तैयारियों में जुटा हुआ है। भारतीय एथलीट्स भी इस मेगा इवेंट को लेकर जमकर तैयारी कर रहे हैं। कुछ एथलीट्स अपने देश में रहकर ही तैयारियों में जुटे हैं तो कुछ को विदेश भेजा गया है। इसी कड़ी में भारत को सबसे ज्यादा उम्मीदें अपने निशानेबाजों से है। भारत को सबसे पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक शूटिंग में ही मिला था, जब 2008 बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने स्वर्ण जीता था। इसके अलावा भी देश को गगन नारंग और विजय कुमार जैसे कुछ शीर्ष निशानेबाजों ने ओलंपिक में पदक दिलाए हैं। ऐसे में इस साल भी निशानेबाजी में भारत अपने सबसे बड़ा दल ओलंपिक के लिए भेज रहा है। इसी टीम का हिस्सा रिदम सांगवान भी हैं।
रिदम पिछले साल हुए हांगझोऊ एशियाई खेलों में स्वर्ण जीत चुकी हैं। इसके अलावा भी उनके नाम कई पदक हैं। रिदम निशानेबाजी में भी तीन स्पर्धाओं में खेलती हैं। 10 मीटर एयर पिस्टल के अलावा उन्हें 25 मीटर पिस्टल और 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में भी महारत हासिल है। हालांकि, पेरिस ओलंपिक में वह 10 मीटर एयर पिस्टल में हिस्सा लेंगी। रिदम विश्व चैंपियनशिप्स में एक स्वर्ण (2023 बाकू) और तीन रजत (2022 कायरो) पदक जीत चुकी हैं। इसके अलावा आईएसएसएफ विश्व कप में उन्होंने 2023 में 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण अपने नाम किया था। आईएसएसएफ विश्व कप में वह तीन स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य समेत कुल पांच पदक जीत चुकी हैं। 20 साल की रिदम से इस साल पेरिस ओलंपिक में पदक की आस है।