नई दिल्ली: पर्थ टेस्ट के लिए कप्तान जसप्रीत बुमराह मैदान पर टॉस करने आए और फिर टॉस जीतने के बाद बताया कि इस मैच के लिए सिर्फ वाशिंगटन सुंदर को स्पिनर के रूप में टीम में शामिल किया गया है। यानी आर अश्विन और रविंद्र जडेजा को इस टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था और ये काफी चौंकाने वाला फैसला था। माना जा रहा था कि शायद जडेजा को ड्रॉप किया जा सकता है और अश्विन प्लेइंग इलेवन में होंगे, लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इन दोनों को बाहर करने का फैसला किया और सुंदर को प्लेइंग इलेवन में जगह दी।
जडेजा-अश्विन के बिना मैदान पर उतरी टीम इंडिया
रविंद्र जडेजा और आर अश्विन टेस्ट प्रारूप में टीम इंडिया का अहम हिस्सा लंबे अरसे से रहे हैं और ऐसा मौका काफी कम आया है जब उनके बिना टीम इंडिया किसी टेस्ट मैच में मैदान पर उतरी हो। पिछले 10 साल में ऐसा सिर्फ 5वीं बार ही हुआ जब इन दोनों के बिना भारतीय टीम मैदान पर कोई टेस्ट मैच खेलने के लिए उतरी। ऐसा आखिरी बार 3 साल पहले यानी साल 2021 में गाबा टेस्ट मैच यानी ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही हुआ था। इस मैच में टीम इंडिया को जीत मिली थी।
अश्विन/जडेजा के बिना भारत द्वारा खेले गए टेस्ट मैच (पिछले 10 साल में)
बनाम ऑस्ट्रेलिया, एडिलेड (2014, हार)
बनाम दक्षिण अफ्रीका, जोहान्सबर्ग (2018, जीता)
बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ (2018, हार)
बनाम ऑस्ट्रेलिया, ब्रिसबेन (2021, जीता)
बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ (2024)
वाशिंगटन सुंदर को मिला मौका
पर्थ टेस्ट मैच में अश्विन और जडेजा को ड्रॉप करके टीम इंडिया ने प्लेइंग इलेवन में वाशिंगटन सुंदर को विशुद्ध स्पिनर के रूप में टीम में शामिल किया। सुंदर शानदार बल्लेबाज भी हैं जिनके पास बड़ी पारी खेलने की क्षमता भी है। इस मैच के जरिए नीतिश रेड्डी और हर्षित राणा ने भी डेब्यू किया। ये दोनों गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी करते हैं तो वहीं ध्रुव जुरैल को भी प्लेइंग इलेवन में मौका मिला।
पहले टेस्ट के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन
केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरैल, नितीश रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, हर्षित राणा, जसप्रीत बुमराह (कप्तान), मोहम्मद सिराज।