नई दिल्ली: मध्य प्रदेश ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 के सेमीफाइनल में जगह बना ली। रजत पाटीदार की अगुआई वाली मध्य प्रदेश ने 11 दिसंबर 2024 को सौराष्ट्र को 6 विकेट से हराया। अलूर के केएससीए क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गये टूर्नामेंट के तीसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मध्य प्रदेश ने टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया। सौराष्ट्र ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चिराग जानी के अर्धशतक की मदद से 20 ओवर में 7 विकेट पर 173 रन बनाये।
चिराग जानी की तूफानी पारी पर फिर पानी
चिराग जानी 8 चौके और 4 छक्के की मदद से 45 गेंद में 80 रन बनाकर नाबाद रहे। हालांकि, उन्हें दूसरे छोर से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला। चिराग जानी को छोड़ दिया जाए तो सौराष्ट्र का कोई भी दूसरा बल्लेबाज 17 रन से ज्यादा का स्कोर नहीं कर पाया। मध्य प्रदेश की ओर से वेंकटेश अय्यर ने 3 ओवर में 23 और आवेश खान ने 4 ओवर में 51 रन देकर 2-2 विकेट लिए। त्रिपुरेश सिंह, राहुल बाथम और शिवम शुक्ला भी 1-1 विकेट लेने में सफल रहे।
वेंकटेश और रजत ने जोड़े 43 रन
लक्ष्य का पीछा करने उतरी मध्य प्रदेश ने 19.2 ओवर में 4 विकेट पर 174 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। मध्य प्रदेश का एक समय स्कोर 12.5 ओवर में 3 विकेट पर 102 रन था। उसे 43 गेंद में जीत के लिए 72 रन बनाने थे। इसके बाद वेंकटेश अय्यर और रजत पाटीदार ने चौथे विकेट के लिए अगली 28 गेंद में 43 रन जोड़े और स्कोर 145 रन पर पहुंचाया। इसी स्कोर पर रजत पाटीदार 28 रन बनाकर पवेलियन लौट गये।
हरप्रीत ने 9 गेंद में ठोके नाबाद 22 रन
रजत पाटीदार ने अपनी 18 गेंद की पारी के दौरान 3 चौके और एक छक्का लगाया। रजत पाटीदार की जगह हरप्रीत सिंह भाटिया बल्लेबाजी के लिए आये। मध्य प्रदेश को आखिरी 2 ओवर में 24 रन की जरूरत थी। लक्ष्य कतई आसान नहीं था, लेकिन हरप्रीत सिंह भाटिया ने 9 गेंद में नाबाद 22 रन ठोककर मध्य प्रदेश की झोली में जीत डाल दी।
38 रन बनाकर नाबाद रहे वेंकटेश अय्यर
वेंकटेश अय्यर 33 गेंद में 38 रन बनाकर नाबाद रहे। वेंकटेश अय्यर ने अपनी पारी के दौरान 2 चौके और एक छक्का लगाया। वेंकटेश अय्यर प्लेयर ऑफ द मैच भी चुने गये। सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट ने 31, अंकुर पनवार ने 50, चिराग जानी ने 27 और प्रेरक मांकड़ ने 20 रन देकर 1-1 विकेट लिए। मध्य प्रदेश अब 13 दिसंबर को टूर्नामेंट के पहले सेमीफाइनल में खेलने उतरेगा। पहले सेमीफाइनल की दूसरी टीम कौन होगी यह समाचार लिखे जाने तक तय नहीं हुआ था।