नई दिल्ली: गौतम गंभीर जब से टीम इंडिया के हेड कोच बने हैं तब से भारतीय टीम का प्रदर्शन गिर गया है साथ ही ड्रेसिंग रूम का माहौल भी बदला-बदला सा नजर आ रहा है। कभी खिलाड़ियों में आपसी मतभेद की बात सामने आती है तो कभी खिलाड़ी कोच के बीच सबकुछ ठीक नहीं होने की खबरें (मीडिया रिपोर्ट के अनुसार) सामने आईं। हालांकि इन सारी बातों पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि सब कुछ ठीक है, लेकिन पूर्व भारतीय स्पिनर इस तरह की बातों से काफी भड़के हुए नजर आ रहे हैं।
पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह को लगता है कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में बड़े मतभेद हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए हरभजन सिंह ने कहा कि पिछले 6-8 महीनों में भारतीय टीम से जो खबरें सामने आई हैं, उससे संकेत मिलता है कि ड्रेसिंग रूम में दरार आ गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पर्दे के पीछे क्या चल रहा था। भारतीय टीम खेमों में बंटी हुई थी और एक वरिष्ठ खिलाड़ी खुद को टीम में मिस्टर फिक्सिट के तौर पर पेश कर रहा था, जो रोहित शर्मा के बर्खास्त होने की स्थिति में अंतरिम आधार पर कप्तानी कर सकता था।
सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच में रोहित शर्मा को भारतीय टीम से आराम दिए जाने के बाद यह खबरें और तेज हो गईं, लेकिन मैच के दूसरे दिन भारतीय कप्तान ने बताया था कि उन्होंने अपने प्रदर्शन के आधार पर खुद को टीम से बाहर कर लिया था। बात यहीं नहीं रुकी। ऑस्ट्रेलिया दौरे से भारतीय टीम के लौटने के बाद, ऐसी खबरें आईं कि बीसीसीआई भारतीय टीम को अनुशासित करने के लिए सख्त कदम उठाएगा और ऐसा ही हुआ। बोर्ड ने खिलाड़ियों के लिए कई नए नियम तय कर दिए और खिलाड़ियों पर लगाम लगाने की कोशिश की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इन रिपोर्ट्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भज्जी ने कहा कि पर्दे के पीछे कोई ड्रामा चल रहा था। इस पूर्व स्पिनर ने खिलाड़ियों और भारतीय टीम प्रबंधन की आलोचना करते हुए पूछा कि पिछले दो महीनों में इतनी सारी रिपोर्ट कैसे सामने आ गईं। भज्जी ने कहा कि हर घर में लड़ाई होती है, लेकिन उन्हें घर के अंदर ही रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इसे आपस में सुलझाओ। इतना ड्रामा क्यों है। हर घर में लड़ाई होती है, लेकिन इसे बाहर नहीं आना चाहिए। पिछले 6-8 महीनों में, हमने बहुत सी बातें सुनी हैं। अगर अजीत अगरकर आज कहते हैं कि ये बातें सरफराज ने नहीं बल्कि कोच ने की तो क्या होगा, एक-दूसरे पर दोष लगाने का कोई मतलब नहीं है।
भज्जी ने मौजूदा भारतीय ड्रेसिंग रूम की तुलना ग्रेग चैपल के दौर के ड्रेसिंग रूम से की और कहा कि उन्होंने इस तरह की अंदरूनी लड़ाई पहले भी देखी है। गौतम गंभीर नए हैं और उन्हें खिलाड़ियों को जानना होगा साथ ही खिलाड़ियों को उन्हें जानना होगा। बिना केमिस्ट्री के यह काम नहीं करेगा। मैंने यह पहले भी देखा है। 2006-08 के दौर में जब ग्रेग चैपल कोच थे, मैंने पूरे ड्रेसिंग रूम को ढहते देखा था। इसका कारण यह था कि खिलाड़ी दोषारोपण का खेल खेलने लगे थे। मीडिया को इतनी सारी बातें कैसे पता चल गईं।