नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट टीम अपने सबसे खराब दिनों में है। टीम ना तो अपने घर पर जीत पा रही है और ना ही घर से बाहर जीत दर्ज कर पा रही है। अपनी ही मेजबानी में खेली जा रही चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से टीम पहले ही राउंड से बाहर हो गई है। टीम का एक और मुकाबला बाकी है, लेकिन इस बीच टीम पर एक और खतरा मंडरा रहा है। टीम को डर सता रहा है कि कहीं रावलपिंडी में नाक ना कट जाए।
पाकिस्तानी टीम अभी तक चैंपियंस ट्रॉफी के इस सीजन में एक भी मैच नहीं जीत पाई है। पहले ही मैच में उसे न्यूजीलैंड ने पटकनी दी और इसके बाद भारत ने बुरी तरह से रौंद दिया। इसके साथ ही उसका चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का सपना भी चकनाचूर हो गया। हालांकि टीम का अभी एक मैच बाकी है। पाकिस्तान जैसी ही कुछ हालत बांग्लादेश की भी है। उसने भी कोई मैच नहीं जीता है। पहले बांग्लादेश को टीम इंडिया ने हराया और उसके बाद न्यूजीलैंड ने भी पीट दिया। यानी इन दोनों ही टीमों के शून्य अंक हैं। दोनों टीमों को अपनी पहली जीत की तलाश है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच आखिरी लीग मैच 27 फरवरी को रावलपिंडी में खेला जाएगा। इस मैच में अगर बांग्लादेश की टीम जीत जाती है तो पाकिस्तान को खाली हाथ इस आईसीसी टूर्नामेंट से रुखसत होना होगा। जो बड़ी बेइज्जती का विषय है। पाकिस्तान टीम को न्यूजीलैंड ने उसके घर में हराया, वहीं टीम इंडिया ने दुबई में मात दी। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 की विजेता टीम अगर खाली हाथ घर जाएगी तो इससे ज्यादा तौहीन की बात और कुछ नहीं हो सकती। वैसे तो ये मैच पाकिस्तान को जीतना चाहिए, क्योंकि टीम बांग्लादेश से तो भारी है, लेकिन क्रिकेट में कहा जाता है कि कभी भी कुछ भी हो सकता है तो बांग्लादेश पाकिस्तान को हरा भी सकता है।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच अब तक 39 वनडे मैच हुए हैं। इसमें अपरहैंड पाकिस्तान का ही है। पाकिस्तानी टीम ने इसमें से 34 मैच जीते हैं, वहीं 5 मैचों में बांग्लादेश की टीम भारी पड़ी है। हालांकि बांग्लादेश की टीम पाकिस्तान को उसके घर में अभी तक कभी नहीं हरा पाई है। बांग्लादेश ने जो 5 मैच जीते हैं, उसमें से तीन अपने घर पर जीते हैं और दो मैच न्यूट्रल वेन्यू पर जीतने में कामयाबी हासिल की है। अब पाकिस्तान के लिए अपने घर पर इज्जत बचाने के लिए मैदान में उतरना पड़ेगा। नहीं तो कहीं अगर गड़बड़ हुई तो फिर लेने के देने पड़ जाएंगे।