दुबई: चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक अजेय चल रही भारतीय टीम के सामने मंगलवार को सबसे बड़ी चुनौती होगी। भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा जिसके खिलाफ आईसीसी टूर्नामेंट में उसका रिकॉर्ड कुछ खास नहीं है। इसी कंगारू टीम ने 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में भारत का विश्व विजेता बनने का सपना तोड़ा था और एक बार फिर रोहित शर्मा की सेना का सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा।
भारत ग्रुप ए में अपने तीनों मैच जीतने में सफल रहा। भारतीय टीम ने सबसे पहले बांग्लादेश को हराया और फिर चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को मात देकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। इसके बाद रविवार को आखिरी ग्रुप मुकाबले में न्यूजीलैंड पर जीत कर ग्रुप चरण का अंत शीर्ष पर रहकर किया। भारत ने तीनों ही मुकाबले में बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अपना दम दिखाया और अब उसके और खिताब के बीच दो जीत का फासला रह गया है।
ऑस्ट्रेलिया टीम में पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे स्टार खिलाड़ी नहीं है, इसके बावजूद टीम मजबूत नजर आ रही है। ऑस्ट्रेलिया ने ग्रुप चरण के पहले मैच में इंग्लैंड को हराया था। ऑस्ट्रेलिया ने उस मैच में आईसीसी वनडे टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया था। पहले मैच से पूर्व लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया टीम कमजोर है, लेकिन जिस तरह से उसने इंग्लैंड को हराया, इसने यह साबित किया कि कंगारू टीम आईसीसी टूर्नामेंट में अलग लय में खेलती है। ऑस्ट्रेलिया का इसके बाद दोनों मैच बारिश में धुल गया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच बिना एक भी गेंद खेले रद्द हुआ, जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ एक पारी पूरी हो गई थी और ऑस्ट्रेलिया ने भी लक्ष्य का पीछा करते हुए कंगारू टीम ने भी 12.5 ओवर खेल लिए थे।
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चार स्पिनर और दो तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला किया था जो सही साबित हुआ। टूर्नामेंट से पहले टीम में पांच स्पिनरों को शामिल करने के फैसले की काफी आलोचना हुई थी लेकिन दुबई की धीमी पिचों पर अब यह मास्टरस्ट्रोक साबित हो रहा है। भारतीय टीम को चार स्पिनर उतारने का फायदा मिला क्योंकि न्यूजीलैंड के नौ विकेट स्पिनरों ने ही झटके। चैंपियंस ट्रॉफी में यह पहला अवसर था जब स्पिनरों ने किसी मैच में नौ विकेट लिए। न्यूजीलैंड के खिलाफ वरुण चक्रवर्ती ने काफी प्रभावित किया जो पांच विकेट लेने में सफल रहे थे। वरुण चैंपियंस ट्रॉफी में अपना पहला ही मैच खेले थे और उन्होंने चमक बिखेरी।
ऐसा नहीं है कि पिच से इतनी टर्न मिल रही है कि भारतीय गेंदबाजों कामयाब रहे है बल्कि इन पिचों पर उनका संयम कारगर साबित हुआ है। भारतीय स्पिन चौकड़ी वरुण, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नौ विकेट लिए। उन्होंने 39 ओवरों में 128 डॉट गेंद डाली। केन विलियमसन जैसा धैर्यवान बल्लेबाज भी अक्षर पटेल के सामने संयम खो बैठा और केएल राहुल की स्टम्पिंग का शिकार हो गया। इसलिए यह तय है कि भारत चार स्पिनरों के साथ ही सेमीफाइनल में उतरेगा। वहीं, तेज गेंदबाजी विभाग में हार्दिक पांड्या के साथ अनुभवी गेंदबाज मोहम्मद शमी होंगे। शमी ने हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ चार ओवर गेंदबाजी की और वह खाली हाथ रहे थे।
भारत के लिए इस मैच में सबसे बड़ी चुनौती ट्रेविस हेड को रोकने की होगी। हेड का बल्ला भारत के खिलाफ जमकर चलता है, विशेषकर आईसीसी टूर्नामेंट में वह भारतीय गेंदबाजों को काफी परेशान करते हैं। यह वही हेड हैं जिन्होंने 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल और 2023 विश्व कप के फाइनल में शानदार बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई थी। हेड ने अफगानिस्तान के खिलाफ 40 गेंदों पर नाबाद 59 रन बनाए थे जो दिखाता है वह फॉर्म में हैं। हेड के खिलाफ शमी से काफी उम्मीदें होंगी।
सेमीफाइनल मुकाबले के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया की संभावित प्लेइंग-11 इस प्रकार है
भारतः रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, वरुण चक्रवर्ती, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव।
ऑस्ट्रेलियाः जैक फ्रेजर मैकर्गक, ट्रेविस हेड, स्टीव स्मिथ (कप्तान), मार्नस लाबुशेन, जोश इंग्लिस (विकेटकीपर), एलेक्स कैरी, ग्लेन मैक्सवेल, सीन एबॉट, नाथन एलिस, एडम जैम्पा, स्पेंसर जॉनसन।