लंदन: ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 11 जून से लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जाना है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इसमें खिताब के बचाव के लिए उतरेगी, जबकि दक्षिण अफ्रीका के पास पहली बार इस आईसीसी ट्रॉफी को जीतने का मौका होगा। ऑस्ट्रेलिया के पास कई आईसीसी ट्रॉफी जीतने का अनुभव है, इसके बावजूद टीम के दिग्गज स्पिनर का मानना है कि उनकी टीम के लिए दक्षिण अफ्रीका का सामना करना अलग चुनौती होगी।
गत विजेता के रूप में उतरेगा ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया 11 जून से लॉर्ड्स में होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में गत विजेता के रूप में उतरेगा। उनकी टीम में पिछले डब्ल्यूटीसी फाइनल के अलावा 2015 वनडे विश्व कप, 2021 टी20 विश्व कप और 2023 वनडे विश्व कप जीतने वाले खिलाड़ी भी शामिल हैं। लियोन का मानना है कि ये खिताबी मुकाबला ड्यूक गेंद के साथ विदेशी परिस्थितियों में खेला जाएगा इसलिए कंगारू टीम के लिए दक्षिण अफ्रीका का सामना करना अलग चुनौती होगी।
बड़े मैचों के दबाव झेलने की क्षमता
लियोन ने कहा, हमारी टीम में वनडे विश्व कप और टी20 विश्व कप जीतने वाले खिलाड़ियों के साथ दो साल पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जीतने वाले खिलाड़ियों का अनुभव है। यह अनुभव और बड़े मैचों के दबाव झेलने की क्षमता हमारे पक्ष में है। लेकिन जब आप मैदान में उतर जाते है तो अतीत के परिणाम का कोई मतलब नहीं रह जाता है। दक्षिण अफ्रीका के पास कुछ विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं और जाहिर है कि उनके पास कुछ अविश्वसनीय गेंदबाज भी हैं। ऐसे में यह एक अच्छी चुनौती होगी।
इंग्लैंड की परिस्थितियों गेंदबाजों को अच्छी स्विंग मिलती है। ऑस्ट्रेलिया में तेज गेंदबाजों को अधिक उछाल मिलता है। ऑस्ट्रेलिया घरेलू मैचों के लिए कूकाबुरा गेंदों का उपयोग करता है। यह गेंद थोड़ी पुरानी होने के बाद स्पिनरों के लिए मददगार होती है। लियोन ने कहा, यह मुकाबला ड्यूक गेंद से विदेशी परिस्थितियों में होगा। दुनिया के दो सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण एक दूसरे के सामने होंगे। यह इस मुकाबले को और रोचक बनायेगा। ऐसे में यह बल्लेबाजों को कड़ी चुनौती का सामना करना होगा।