हैदराबाद: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने मैच विनिंग पारी खेलते हुए टीम इंडिया के सबसे बड़ी टी20 जीत दिलाई. विराट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ (India vs West Indies) शानदार बल्लेबाजी कर अपना बेस्ट टी20 स्कोर बनाए और मैच टीम इंडिया के लिए रिकॉर्ड 209 रन 18.4 ओवर में ही बनवा दिए.
बेस्ट टी20 स्कोर है यह विराट का
इस मैच में विराट ने 50 गेंदों में नाबाद 94 रन बनाए जो उनका बेस्ट टी20 इंटरनेशनल स्कोर था इससे पहले विराट ने एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 90 रन की पारी खेली थी. विराट को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ मैच का खिताब दिया गया.
अपने काम पर किया फोकस
मैच के बाद विराट ने कहा वे इस मैच में बड़ी पारी खेलने में सफल इसलिए हो सके क्योंकि वे खुद को याद दिलाते रहे कि वे स्लॉगर या हिटर नहीं हैं, बल्कि उन्हें अपनी क्षमता बढ़ाने पर ध्यान देना है जिसमें सबसे खास बात टाइमिंग पर ध्यान देने की थी. कोहली ने इस पारी में छह चौके और छह छक्के लगाए जिससे वे अपनी टीम के लिए 8 गेंद शेष रहते ही 208 रन का लक्ष्य हासिल कर सके. शुरु में विराट को स्ट्राइक रेट बहुत ही कम था.
पारी के पहले हिस्से को फॉलो न करें
विराट ने कहा, “वे सभी युवा जो मेरी बल्लेबाजी का अनुसरण करते हैं, मेरी पारी के पहले हिस्से को फॉलो न करें. वह वाकई बहुत खराब थी और मैं गेंद को बहुत ज्यादा तेज मारने की कोशिश कर रहा था. मैं केवल सही खेलते रहने की कोशिश कर रहा था क्योंकि मैं केएल पर दबाव बढ़ने देना नहीं चाहता था. इसलिए मैंने स्ट्राइक सेट 140 के आस पास रखने की कोशिश की, लेकिन मैं यह सही तरह से कर नहीं सका.”
बाद में खुद को याद दिलाई यह बात
विराट ने कहा, “मैंने इस बात का मुआयना किया कि मुझसे क्या गलत हो गया और पारी के दूसरे हिस्से में उसके मुताबिक खेला. मैं खुद को काबू में रखने की कोशिश कर रहा था और मैंने महसूस किया किया कि मैं स्लॉगर नहीं हूं इसलिए मुझे अपनी टाइमिंग पर भरोसा करना होगा. जब भी मैं टी20 क्रिकेट खेलता हूं मैं उन खिलाड़ियों में से नहीं होता जो आते ही दर्शकों का मनोरंजरन करने के लिए हवा में ताबड़तोड़ हिटिंग करना शुरू कर देते हैं. मैंने अपने काम पर फोकस किया.”