इंदौर। इंदौर की अमी कमानी ने दोहा (कतर) में आयोजित आईबीएसएफ वुमंस वर्ल्ड स्नूकर चैंपियनशिप 2016 के 15 रेड इंडिविजुअल इवेंट में पहली बार रजत पदक जीता। फाइनल में भारत की अमी को बेल्जियम की वेंडी जेंस ने एकतरफा मैच में 5-0 से हराया। अमी का अब तक का यह सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन है। वेंडी लगातार 5वीं बार वर्ल्ड चैंपियन बनीं। अमी ने वेंडी को हर फ्रेम में कड़ी चुनौती दी लेकिन अहम मौकों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अमी का वर्ल्ड चैंपियनशिप में ये लगातार तीसरा पदक है। अमी ने 2015 और 2014 में भी कांस्य पदक जीता था। इसी साल अमी ने इजिप्ट में 6 रेड वर्ल्ड स्नूकर चैंपियनशिप के इंडिविजुअल इवेंट में कांस्य और टीम इवेंट में रजत पदक जीता था। थाईलैंड की वराथनुन सुकृथानेस और नुचारत वोघारुथाई ने कांस्य पदक जीता। मेंस स्नूकर में ईरान के सोहेल वाहेदी ने आंद्रे पेगेट को 8-1 से हराकर खिताबी जीत हासिल की।
अमी- वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक पाने को अमी ने अपनी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि बताया। 10 साल तक टेबल टेनिस खेलने के बाद बिलियर्डस और स्नूकर में हाथ आजमाने वाली अमी के लिए 2016 बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने इसे अपना बेहतरीन वर्ष बताया। उन्होंने भारत की स्टार वुमंस खिलाड़ी विद्या पिल्लै, अपने मुंबई के कोच और मप्र बिलियर्ड्स एवं स्नूकर एकेडमी का आभार जताया।
पूर्व चैंपियन विद्या पिल्लै से बहुत कुछ सीखा :
अमी ने कहा इस चैंपियनशिप में जाने से पहले ही विद्या दीदी (पिल्लै) ने कहा था कि तू फाइनल खेलेगी। वे हमेशा मेरा उत्साह बढ़ाती हैं। जहां मैं गलती करती हूं। वे उसे ठीक करने की सलाह देती हैं। वे जब टीम में होती हैं तो अधिकांश समय हम साथ में अभ्यास करते हैं। हम मैच में टेबल पर काम्पिटीटर होते हैं लेकिन ऑफ द टेबल वे हमेशा मोटिवेट करती हैं।