भोपाल। पांच साल से कोर्ट में फंसी भोपाल की क्रिकेट को मैदान पर लाने के लिए शहर के पूर्व क्रिकेटर 10 अगस्त को मैदान पर उतरे और इसका हल निकालने के लिए गहन विचार- विमर्श किया। उन्होंने भोपाल डिवीजन के दोनों धड़े के अध्यक्षों व अन्य लोगों से भी भेंट की और एक मंच पर आने की गुजारिश की, ताकि भोपाल के युवा क्रिकेटरों के साथ हो रहे खिलवाड़ पर विराम लग सके। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर जेपी यादव के नेतृत्व में भोपाल के करीब 40 पूर्व क्रिकेटर ओल्ड कैंपियन पर 10 अगस्त की शाम को एकत्रित हुए। सभी ने भोपाल की क्रिकेट पर चिंता जताई। जेपी यादव व अन्य सीनियर क्रिकेटरों ने बताया कि दोनों अध्यक्षों से सकारात्मक विचार विमर्श हुआ है और उन्हें उम्मीद लग रही है कि उनके प्रयास सफल होंगे। इस मौके पर वरिष्ठ क्रिकेटर उमर बाबा, शांति कुमार जैन, शैलेष शुक्ला, साद उद्दीन, अमिताभ वर्मा, विवेक खरे, बृजेश तोमर, सुशील सिंह ठाकुर, अनवर उस्नानी, वीरेन्द्र वैघ, अब्दुल अकील, मनीष शुक्ला, अरेरा अकादमी के कोच सुरेश चेनानी, हेमंत गौड़ आदि क्रिकेटर उपस्थित थे। ज्ञात हो कि भोपाल में दो गुट हैं। एक गुट के अध्यक्ष धु्रवनारायण सिंह हैं तो दूसरे गुट केे अध्यक्ष आरिफ अकील हैं। दोनों अपने-अपने को वैध बताते हैं और सामने वाले को अवैध बताने का मौका नहीं छोड़ते। इन्हीं दोनों गुटों की लड़ाई में भोपाल की क्रिकेट बर्बाद हो रही है। मामला कोर्ट में है। जब तक यह सुलझ नहीं जाता तब तक इसे एमपीसीए संचालित कर रहा है और करता रहेगा।