भोपाल।भारतीय जूनियर टीम की चयन ट्रायल (एशियन जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप )के लिए 13 14 जून 2018 को साई सेंटर लखनऊ में संपन्न हुई। इस दो दिवसीय चयन ट्रायल में मध्य प्रदेश की कुमारी शिवानी पवार का चयन 50 किलोग्राम में हुआ चयन प्रक्रिया के दौरान शिवानी ने हरियाणा की अंतर्राष्ट्रीय महिला पहलवान कुमारी सोनिया ,अंजू वह ,मनीषा तीनों को एक तरफा मुकाबलों में हरा के देश की टीम में जगह बनाई देश की जूनियर कुश्ती टीम 1922 जुलाई 2018 तक दिल्ली में होने वाली एशियन जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में हिस्सा लेगी!
भारतीय कुश्ती संघ द्वारा देश के जूनियर पहलवानों का इंडिया कैंप पिछले डेढ़ महीने से साई सेंटर लखनऊ में लगा हुआ है और आगे भी प्रतियोगिता होने तक लगा रहेगा जिसमें देश की जूनियर पहलवान गहन प्रशिक्षण प्राप्त करती रहेंगी। ज्ञात हो कि कुमारी शिवानी पवार इसके पूर्व भी इस्तांबुल (तुर्की )में आयोजित विश्व स्कूल गेम मैं देश के लिए रजत पदक जीत चुकी हैं इतना ही नहीं ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी रोहतक में ब्राउज़ मेडल साथ ही जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती गोंडा में रजत व जयपुर में ब्राउज़ मेडल और राष्ट्रीय स्कूली खेलों में एक स्वर्ण एक रजत तथा ग्रामीण खेलों के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर तीन ब्राउज़ मेडल जीत चुकी है।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के ग्राम उमरेठ जैसे छोटे से गांव कि शिवानी एक किसान परिवार की लड़की है शिवानी के मामा रवि पवार कोयला खदान कर्मचारी हैं कुश्ती मैं आगे बढ़ाने के लिए शिवानी को हर संभव मदद करते हैं साधारण आर्थिक परिवार की शिवानी अपनी मेहनत के बल पर देश की कुश्ती टीम में जगह बनाने में कामयाब हुई है।
शिवानी देश की पहली मुस्लिम महिला कुश्ती कोच फातमा बानो की शिष्या है शिवानी रोजाना 6 से 8 घंटे कुश्ती की ट्रेनिंग मध्य प्रदेश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार विक्रम अवार्ड से सम्मानित अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती कोच फातमा बानो से लेती हैं शिवानी ने इस जीत को अपनी कोच फातमा बानो को समर्पित किया है। शिवानी की इस सफलता के लिए मध्य प्रदेश एमेच्योर कुश्ती संघ -के अध्यक्ष डॉ मोहन यादव ,सचिव ओलंपियन अर्जुन अवॉर्डी पप्पू यादव ,कोषाध्यक्ष विक्रम अवार्ड ओम प्रकाश खत्री, विश्वामित्र अवॉर्डी शाकिर नूर इंदौर के संभागीय अध्यक्ष धीरज ठाकुर तथा समस्त पदाधिकारी गणों ने भावभीनी बधाइयां दी और आगामी होने वाली एशियन जूनियर चैंपियनशिप में देश के लिए पदक जीतने की हृदय से शुभकामनाएं दी।