गुयाना। शानदार प्रदर्शन के दम पर 2010 के बाद पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय महिला क्रिकेट टीम को शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी अब तक की सबसे कठिन चुनौती का सामना करना है.
इस मैच में हार भारतीय टीम को नुकसान नहीं पहुंचाएगी, क्योंकि लगातार तीन मैच जीत कर वह पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है. सेमीफाइनल से पहले मनोवैज्ञानिक लाभ हासिल करने के लिए हरमनप्रीत कौर की टीम के लिए जीत जरूरी है.
भारत ने अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड, दूसरे मैच में पाकिस्तान और गुरुवार रात खेले गए मैच में आयरलैंड को मात देकर जीत की हैट्रिक लगाते हुए अंतिम-4 में प्रवेश किया. वहीं, ऑस्ट्रेलिया भी तीन मैचों में तीन जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है. उसके लिए भी यह मैच सेमीफाइनल की तैयारी के लिहाज से अहम होगा. भारत ने तीनों मैचों में खेल के तीनों क्षेत्रों में एकतरफा प्रदर्शन किया है. पहले मैच में हरमनप्रीत ने शतक जमाया था, तो वहीं दूसरे और तीसरे मैच में मिताली राज ने लगातार दो अर्धशतक जड़े हैं. इन दोनों पर भारत की बल्लेबाजी का भार है. स्मृति मंधाना ने तीसरे मैच में 33 रनों की पारी खेली थी. मंधाना को एक बड़ी पारी का इंतजार होगा.
इन तीन के अलावा भारत की बल्लेबाजी वेदा कृष्णामूर्ति, डायलाना हेमलता पर भी काफी हद तक निर्भर है, लेकिन यह दोनों अब तक कुछ बड़ा काम नहीं कर पाई हैं. भारतीय टीम की समस्या उसका मध्यक्रम और निचला क्रम है. अगर टीम का शीर्ष क्रम कमजोर पड़ता है, तो मध्य क्रम और निचला क्रम टीम को संभाल पाने में कई बार लड़खड़ा जाता है.
टीमें –
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, मिताली राज, जेमिमा रॉड्रिग्स, वेदा कृष्णामूर्ति, दीप्ति शर्मा, तानिया भाटिया (विकेटकीपर), पूनम यादव, राधा यादव, अनुजा पाटिल, एकता बिष्ट, डायलान हेमलता, मानसी जोशी, पूजा वस्त्राकर, अरुंधति रेड्डी.
ऑस्ट्रेलिया: मेग लेनिंग (कप्तान), निकोले बोल्टन, निकोले कारे, एश्ले गार्डनर, रचेल हायनेस, एलिसा हीली, जेस जोनासेन, डेलिसा किममिंसे, सोफी मोलीनेयुक्स, बेथ मूनी, एलिसे पैरी, मेगन शट, एलिसे विलानी, टायला वालेमिनक, जॉर्जिया वारेहैम.