पर्थ। ऑस्ट्रेलिया ने अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर पर्थ स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के पांचवें और आखिरी दिन मंगलवार (18 दिसंबर) को भारत को 146 रन से हराकर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। ऑस्ट्रेलिया द्वारा रखे गए 287 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही भारतीय टीम पांचवें और आखिरी दिन लंच से पहले ही 140 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत के लिए अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत ने 30-30, हनुमा विहारी ने 28, मुरली विजय ने 20 और कप्तान विराट कोहली ने 17 रन बनाए। बाकी बल्लेबाज दहाई तक भी नहीं पहुंच सके। ऑस्ट्रेलिया के लिए मिचेल स्टार्क और नाथन लॉयन ने तीन-तीन जबकि जोश हेजलवुड और पैट कमिंस ने दो-दो विकेट लिए। अब दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा।
5वें दिन हुई भारत की खराब शुरुआत
भारत ने पांचवे दिन विकेट पर 112 रनों से आगे खेलना शुरू किया और उसने अपने आखिरी 5 विकेट सिर्फ 28 रन के भीतर गंवा दिए. ऑस्ट्रेलिया के 287 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन टी-ब्रेक तक दूसरी पारी में 15 रन तक दो विकेट गंवाकर खराब शुरुआत की। भारत को जीत के लिए अब भी 272 रन की दरकार है जबकि उसके आठ विकेट शेष है। चाय के समय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय छह रन बनाकर खेल रहे थे जबकि कप्तान विराट कोहली ने खाता नहीं खोला है।
ख्वाजा-पेन ने दिलाई ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त
पर्थ के इस नए स्टेडियम की पिच पर बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल हो गया है। पिच से गेंदबाजों को असमान उछाल और मूवमेंट मिल रही है। पहली पारी में 43 रन की बढ़त हासिल करने वाले ऑस्ट्रेलिया ने उस्मान ख्वाजा (72) और कप्तान टिम पेन (37) के बीच पांचवें विकेट की 72 रन की साझेदारी की बदौलत दूसरी पारी में 243 रन बनाए।
दूसरी पारी में टीम इंडिया की खराब शुरुआत
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने पारी की चौथी ही गेंद पर लोकेश राहुल का विकेट गंवा दिया जो खाता खोले बिना ही मिचेल स्टार्क की गेंद को विकेटों पर खेल गए। एडिलेड में पहले टेस्ट में भारत की जीत के हीरो रहे चेतेश्वर पुजारा भी चार रन बनाने के बाद जोश हेजलवुड की उछाल लेती गेंद पर विकेटकीपर टिम पेन को कैच
मोहम्मद शमी का शानदार परफॉर्मेंस
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की टीम एक समय बड़े स्कोर की ओर बढ़त दिख रही थी, लेकिन करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने वाले मोहम्मद शमी (56 रन पर छह विकेट) और जसप्रीत बुमराह (39 रन पर तीन विकेट) की बदौलत भारत ने उसे 250 रन से कम के स्कोर पर रोक दिया। शमी ने चौथी बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाए। शमी का यह प्रदर्शन ऑस्ट्रेलियाई धरती पर किसी भारतीय गेंदबाज का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले पूर्व कप्तान कपिल देव ने 1985 में एडीलेड में 106 रन देकर आठ विकेट हासिल किए थे जबकि अजित आगरकर ने 2003 में एडीलेड में ही 41 रन पर छह विकेट चटकाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।