सिडनी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में दूसरे दिन अपनी पहली पारी सात विकेट पर 622 रनों पर घोषित कर दी। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर जारी इस मैच में भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत (159) नाबाद रहे। इस पारी में भारत के लिए पंत के अलावा, चेतेश्वर पुजारा (193) ने भी शतकीय पारी खेली। उसका ऑस्ट्रेलिया में हाइस्ट स्कोर सात विकेट पर 705 रन है, जो उसने जनवरी 2004 को सिडनी में बनाया था। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में तीसरी बार 600 से ज्यादा का स्कोर किया है। उसने जनवरी 1986 में सिडनी में ही चार विकेट पर 600 रन बनाकर पारी घोषित की थी। वहीं, ऋषभ पंत ने भी अपना दूसरा टेस्ट शतक पूरा किया। उनका ऑस्ट्रेलिया में यह पहला टेस्ट शतक है। भारत ने सिडनी में चौथी बार एक पारी में 500 से ज्यादा रन बनाए हैं। उसने आखिरी बार जनवरी 2008 में 500 से ज्यादा रन बनाए थे। तब उसने 532 रन का स्कोर किया था। इससे पहले भारत ने जनवरी 1986 में 4 विकेट पर 600 रन बनाकर पारी घोषित की थी। वहीं, जनवरी 2008 में 7 विकेट पर 705 रन बनाकर पारी घोषित की थी।
इस सीरीज में भी भारत का यह सर्वाधिक स्कोर है। उसने इस सीरीज की किसी एक पारी में पहली बार 450 से ज्यादा का स्कोर किया। इससे पहले उसने मेलबर्न में एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाए थे। तब भारत ने सात विकेट पर 443 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी।
ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला और कुल दूसरा शतक लगाया। वे 159 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे। उन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक इंग्लैंड के खिलाफ 2018 में ओवल के मैदान पर लगाया था। तब उन्होंने 114 रन की पारी खेली थी। वे एशिया के बाहर शतक लगाने वाले भारत के चौथे विकेटकीपर हैं।
एशिया के बाहर दो शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर
ऋषभ एशिया के बाहर दो बार शतक बनाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर हैं। उनसे पहले विजय मांजरेकर ने 1959 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 118, 2002 में अजय रात्रा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 115*, 2016 में ऋद्धिमान साहा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 104 रन बनाए थे। ऋषभ एशिया के बाहर टॉप भारतीय विकेटकीपर स्कोरर भी हैं। वे भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियाई विकेटकीपर बने। उनसे पहले यह रिकॉर्ड बांग्लादेश के मुशफिकुर रहीम के नाम था। मुशफिकुर ने 2017 में वेलिंगटन में 159 रन ही बनाए थे, लेकिन तब वे आउट हो गए थे।
हनुमा ऑस्ट्रेलिया में पहला अर्धशतक और पुजारा पहला दोहरा शतक नहीं बना पाए
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और आखिरी टेस्ट के दूसरे दिन चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी ने भारतीय पारी की शुरुआत की। दोनों कल के स्कोर चार विकेट पर 303 रन में 26 रन ही और जोड़ पाए थे कि विहारी आउट हो गए। विहारी आठ रन से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला अर्धशतक बनाने से चूक गए। उनके बाद पुजारा भी ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला दोहरा शतक बनाने से चूक गए। वे 193 रन बनाकर आउट हुए। पुजारा यदि दोहरा शतक बना लेते तो यह उनका विदेश और ऑस्ट्रेलिया दोनों में पहला दोहरा शतक होता। पुजारा और विहारी दोनों को नाथन लियोन ने आउट किया।
पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में अपना हाइएस्ट स्कोर बनाया
पुजारा का ऑस्ट्रेलिया में यह सर्वाधिक स्कोर है। इसके पहले उनका ऑस्ट्रेलिया में सर्वाधिक स्कोर 123 रन था, जो उन्होंने एडिलेड में बनाए थे। पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरी बार 150 से ज्यादा रन की पारी खेली है। इससे पहले उन्होंने मार्च 2013 में हैदराबाद में 204 और मार्च 2017 में 202 रन की पारी खेली थी।
पुजारा ने अब तक तीन दोहरे शतक लगाए हैं। उन्होंने अपने तीनों दोहरे शतक भारत में लगाए हैं। पहला दोहरा शतक इंग्लैंड के खिलाफ नवंबर 2012 में अहमदाबाद में लगाया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2013 में हैदराबाद और मार्च 2017 में रांची में 200 से ज्यादा रन की पारी खेली थी।
पुजारा सबसे ज्यादा गेंदें खेलने के मामले में दूसरे नंबर पर
पुजारा इस सीरीज में अब तक 521 रन बना चुके हैं। उन्होंने इसके लिए 1258 गेंदें खेलीं। वे पिछले 30 साल में ऑस्ट्रेलिया में किसी भी टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने के वाले दूसरे विदेशी खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे आगे सिर्फ इंग्लैंड के एलिस्टर कुक हैं। कुक ने 2010-11 सीरीज के दौरान 1438 गेंदें खेली थीं। पुजारा ने वेस्टइंडीज के डेममंड हेंस और हमवतन राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ा। हेंस ने 1988/89 में 1235, जबकि द्रविड़ ने 2003/04 में 1203 गेंदें खेली थीं।