भोपाल। मध्यप्रदेश पुरूष एवं महिला हाॅकी अकादमी तथा हाॅकी फीडर सेन्टर के खिलाड़ियों के लिए गोलकीपिंग का विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। राजधानी स्थित मेजर ध्यानचंद हाॅकी खेल परिसर में एक सप्ताह तक चले इस विशेष प्रशिक्षण शिविर में ओलंपियन श्री एडरिन डिसूजा ने खिलाड़ियों को गोलकीपिंग की बारीकियां सिखाकर उनकी प्रतिभा को निखारा। उन्होंने खिलाड़ियों को अच्छे गोलकीपर की तकनीकी जानकारी से भी रूबरू कराया।
वर्ष 2004 एथेन्स में हुए ओलंपिक गेम्स में भारतीय टीम के गोलकीपर रहे श्री एडरिन डिसूजा ने खिलाड़ियों को यह टिप्स दिएः-
Ø अच्छा गोलकीपर बनने की बेसिक जानकारी हो।
Ø माइंड के साथ फोकस जरूरी।
Ø रनिंग और कीकिंग के दौरान किट में कंफर्टेबल रहें।
Ø ट्रेनिंग और मैच के दौरान समान एकाग्रता जरूरी।
Ø गोलकीपर को पेनाल्टी कार्नर, पेनाल्टी स्ट्रोक से बचाव की जानकारी हो ताकि अटैक के दौरान सही मूवमेंट किया जा सके।
Ø कूलिंग डाउन सहित तीन तरह की ट्रेनिंग का वर्ष भर अभ्यास आवश्यक।
देश का नाम रोशन करें
संचालक खेल और युवा कल्याण डॉ. एस. एल. थाउसेन आज मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम पहुंचे जहां उन्होंने एडरिन डिसूजा से गोल कीपिंग की ट्रेनिंग ले रहे खिलाड़ियों का मार्ग दर्शन किया। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि गोलकीपिंग के संबंध में यहां जो कुछ भी सीखा है उसका अभ्यास जरूरी है। उन्होंने खिलाड़ियों को अपने अपने फीडर सेंटर पर जाकर नियमित अभ्यास करने और अच्छा खिलाड़ी बनकर देश का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी।
खेल संचालक ने एडरिन डिसूजा का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।