नई दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदन लाल ने सोमवार को कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता में होने वाला गुलाबी गेंद से टेस्ट बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन गेंदबाज यहां लुत्फ लेंगे। मदन लाल ने कहा कि अगर गेंद हवा में घूमती है तो गेंदबाजों के लिए काम आसान हो जाएगा। उन्हें बस गेंद फेंकने के लिए एक खास जगह पर ध्यान देना होगा जबकि यहां बल्लेबाज मुश्किल में हो सकते हैं।
पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने गुलाबी गेंद से होने वाले डे-नाइट टेस्ट मैच को लेकर कहा है, “मुझे लगता है कि बल्लेबाजों को पिच पर समय बिताना होगा, जिससे वह खुद को परिस्थितियों में ढाल सकें। इसके बाद ही वे रन बना पाएंगे।” मदन लाल ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें टेस्ट क्रिकेट के लिए कुछ करना चाहिए। हमारे शीर्ष अधिकारियों ने गुलाबी गेंद से डे-नाइट टेस्ट के बारे में सोचा जो एक अच्छा कदम है।”
68 वर्षीय मदन लाल ने बताया है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इसे खेल रही है और दूसरे देशों ने भी इसे खेलना शुरू कर दिया है। ऐसे में यह अच्छा है जब दुनिया भर की टीम दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से खेलती दिखेंगी। हम बांग्लादेश के खिलाफ खेल रहे हैं जो एक अच्छी टीम नहीं है। पहला टेस्ट मैच तीन में समाप्त हो गया और मुझे नहीं लगता कि बांग्लादेशी टीम भारतीय टीम के सामने टिक सकती है। उनका ल्लेबाजी लाइन अप बेहद खराब है।
साल 1983 में वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे गेंदबाज मदन लाल ने बांग्लादेशी टीम को कोसा है। उन्होंने कहा है, “आप टेस्ट मैच खेल रहे होते हैं तो आपको विकेट पर टिकना होता है और यह देखकर दुख हुआ कि उनकी टीम ने कोई संघर्ष नहीं दिखाया। बांग्लादेश टेस्ट क्रिकेट लंबे समय से खेल रहा है और अगर आप यहां अच्छा नहीं कर पा रहे हो तो यह आपकी कमजोरी है।” मदन लाल ने भारतीय टीम को अपनी कोचिंग की सेवाएं भी दी हैं।