नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने शनिवार को अपनी शीर्ष परिषद की बैठक में फैसला किया कि 2025-26 रणजी ट्रॉफी 15 अक्तूबर से 28 फरवरी तक दो चरणों में एक संशोधित प्रारूप के साथ आयोजित की जाएगी, जिसमें मौजूदा दो टीमों के बजाय प्लेट समूह से एक टीम को रेलीगेट और एक को प्रमोट किया जायेगा।
बीसीसीआई ने 2018-19 में रणजी ट्रॉफी में नौ टीमों को शामिल किया था। इसमें उत्तर पूर्व की टीम भी शामिल है। इससे हालांकि इस प्रतियोगिता में क्रिकेट की गुणवत्ता प्रभावित हुई। मेघालय रणजी ट्रॉफी के पिछले सत्र में एलीट डिवीजन में खेला, लेकिन उसे सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के एक दस्तावेज में कहा गया, ‘सभी बहु-दिवसीय पुरुष टूर्नामेंट (सीनियर और जूनियर) में 2026-27 सत्र से एक टीम को प्रमोट किया जाएगा और एक टीम को रेलीगेट किया जाएगा।’
लाल गेंद क्रिकेट के प्रारूप में बदलाव सभी आयु समूहों के बीसीसीआई टूर्नामेंटों पर लागू होगा। रणजी ट्रॉफी का पहला चरण 15 अक्तूबर से 19 नवंबर तक खेला जाएगा जबकि दूसरा चरण 22 जनवरी से एक फरवरी तक चलेगा। नॉकआउट छह से 28 फरवरी तक खेले जाएंगे। दलीप ट्रॉफी की क्षेत्रीय प्रारूप में वापसी हो गयी है। और यह सत्र का पहला टूर्नामेंट होगा। इसका आयोजन 28 अगस्त से 15 सितंबर तक होगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने कहा, ‘टीम का चयन क्षेत्रीय चयन समिति द्वारा किया जाएगा।’
ईरानी कप एक से पांच अक्तूबर तक खेला जायेगा। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (राष्ट्रीय टी20 प्रतियोगिता) सहित सभी एक दिवसीय प्रतियोगिताओं में प्लेट डिवीजन को फिर से शामिल किया गया है। पिछले सत्र तक नॉकआउट चरण में टीमें क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मैच खेलती थी, लेकिन इस सत्र से शीर्ष टीमों को सुपर लीग में तीन अतिरिक्त मैच मिलेंगे। ग्रुप ए और बी की शीर्ष टीम फाइनल में भिड़ेंगी। पिछले सत्र की सबसे निचली छह टीमें प्लेट ग्रुप का हिस्सा होंगी। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को 26 नवंबर से 18 दिसंबर तक खेला जाएगा। इसके साथ ही सफेद गेंद के सभी टूर्नामेंटों में ग्रुप चरण में बराबरी पर रहने वाली टीमों में से आगे बढ़ने वाली टीम का फैसला नेट रन रेट के मुताबिक होगा।