नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के गाबा टेस्ट के आखिरी दिन रविचंद्रन अश्विन ने संन्यास लेकर हर किसी को हैरान कर दिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर 3-0 से क्लीन स्वीप के बाद भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ियों के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे, लेकिन अश्विन का अचानक संन्यास ले लेना काफी चौंकाने वाला फैसला रहा। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली सबसे ज्यादा सवालों के घेरे में हैं।
अश्विन के संन्यास के बाद कहा जा रहा है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा का भविष्य तय होगा। हालांकि, तलावर एक 25 साल के युवा खिलाड़ी पर भी लटक रही है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं शुभमन गिल हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हैं। गिल इस बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में काफी अच्छे शॉट खेलते हुए दिखे हैं, लेकिन उनका उच्चतम स्कोर 31 है। विदेश में उनकी यही कहानी रही है।
बर्मिंघम 2022 में पटौदी ट्रॉफी में जब भारत अपनी 2-1 की बढ़त को और मजबूत करने की कोशिश कर रहा था तो गिल ने अपनी पारी की शुरुआत कुछ बेहतरीन ड्राइव से की। फिर उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद को स्क्वायर के सामने बेपरवाही से पुल किया। उन्होंने 20 गेंदों पर 17 रन बना डाले। वह 24 गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हुए। जेम्स एंडरसन ने एक गेंद ऑफ स्टंप से बाहर फेंकी और गिल ने उस पर बल्ला अड़ा दिया।
गिल ने लगभग चार साल पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गाबा में 146 गेंदों पर 91 रन बनाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इस पारी की बाद से एशिया के बाहर उनका सर्वोच्च स्कोर 36 रन है। इस अवधि के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज में 16 पारियों में 17.80 के औसत से केवल 267 रन बनाए हैं।
गिल शुरुआत में बहुत शानदार दिखते हैं। फिर बेकार शॉट खेलकर आउट होते हैं। गाबा टेस्ट में उन्होंने मिचेल स्टार्क की एक वाइड गेंद को बल्ला चलाया। पैक्ड स्लिप कॉर्डन में मिचेल मार्श ने एक शानदार कैच लपका। भारतीय टीम ने 6 रन पर 2 विकेट गंवा दिए। विडंबना यह थी कि गिल ने प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बल्लेबाजों का ध्यान पहली पारी में बड़े रन बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने पर है।
शुभमन गिल के लिए दिक्कत वाली बात यह रही है कि वह शख्त हाथों से गेंद खेलते हैं। इससे उन्हें लिमिटेड ओवर्स वाले क्रिकेट में फायदा मिलता है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में ऑफ स्टंप से बार की गेंद को शख्त हाथों से खेलना परेशानी का सबब है। जिन गेंदों को छोड़ना चाहिए वह उसे खेल देते हैं, लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में वह उसे गेंद को छोड़ बैठे जिसे खेलना चाहिए था।
कैरेबियाई दौरे पर पोर्ट ऑफ स्पेन की पिच पर गिल को छोड़कर टॉप ऑर्डर के बाकी 3 बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़ा था। गिल इस दुविधा में 10 रन बनाकर आउट हो गए कि किस गेंद को छोड़े और किसे खेलें। इसके बाद बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ परेशानी शुरू हो गई। 12 महीने पहले तक वह केवल 1 बार उनके खिलाफ आउट हुए थे। 145 का औसत था। पिछले 12 महीने में वह 5 बार आउट हुए हैं और 13.80 का औसत है।
2024 में गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज की शुरुआत दो कम स्कोर के साथ की। ऐसा लगा कि टीम में उनकी जगह खतरे में है। उन्होंने बहुत कड़ी ट्रेनिंग की। विशाखापत्तनम के नेट्स में बच्चों से गेंदबाजी करवाई और उन्हें पूरा सम्मान दिया। दो महत्वपूर्ण शतकों के साथ पांच टेस्ट में दूसरे सबसे ज्यादा स्कोर करने वाले खिलाड़ी बने। उन्होंने उस अवधि को अपने अब तक के करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना है।
गिल को चुनौतियों का सामना करना पसंद है। इसलिए शायद जितना ज्यादा समय वह नंबर 3 पर बिताएंगे, उतना ही बेहतर होते जाएंगे। उन्हें उस पोजिशन पर स्थायी रूप से खेलते हुए 18 महीने हो चुके हैं। वह वहां पर बिल्कुल फिट नहीं हैं। उनके लिए सबसे अच्छा पोजिशन शायद एक स्लॉट नीचे है, लेकिन वह भरा हुआ है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा टेस्ट मैच के दौरान मेलबर्न में एक बार फिर तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियां होने की संभावना है। ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर उन्हें आगे की ओर खींचने और शरीर से दूर की गेंद को खिलाने की कोशिश करेगा।
भारत के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया ने ओपनिंग जोड़ी में बदलाव का फैसला किया है। 6 पारी में 72 रन बनाने वाले नाथन मैकस्वीनी की जगह सैम कोनस्टास को जगह मिली है। मैकस्वीनी ने कहा है कि वह ऑस्ट्रेलिया की टीम बाहर होने के बाद सदमे में हैं।