भोपाल। राज्य स्तरीय शालेय फुटबॉल प्रतियोगिता में बिना कोच और मैनेजर के रतलाम गई भोपाल संभाग की बालिका टीम पहले ही दौर में बाहर हो गई। यह टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई। उसे नर्मदापुरम ने 2-0 से, जनजाति विभाग ने 2-0 से, इंदौर ने 3-0 से और ग्वालियर ने 2-1 से हराया। भोपाल की लड़कियों ने पूरे टूर्नामेंट में एक गोल किया। जो ग्वालियर के विरुद्ध आया, दूसरी ओर बालक टीम का प्रदर्शन शानदार रहा और वो सेमीफाइनल में पहुंच गई है।
प्रोटेस्ट किया लेकिन, फीस जमा नहीं कर पाई टीम
महिला टीम ने गतदिवस नर्मदापुरम के खिलाफ प्रोटेस्ट किया, लेकिन मैनेजर न होने की कारण टीम प्रोटेस्ट फीस जमा नहीं कर पाई। ऐसे में प्रोटेस्ट को अमान्य कर दिया गया। नर्मदापुरम की ओर से नेहा और निधि नाम की लड़कियां ओवर एज थी। इस दल प्रबंधक नरेंद्र सिंह दोहरे ने कहा कि मैं पैसे जमा करने के लिए तैयार था। लेकिन उस वक्त मैं मैदान से 15 किमी दूर था और मुझे वहां तक पहुंचने के लिए साधन नहीं मिले। टीम के साथ ऐसा कोई नहीं था जो फार्मल्टी कर सके। विभाग ने निजी स्कूलों के जिन शिक्षकों की ड्युटी लगाई थी। वो तो आए नहीं।