नई दिल्लीःभारतीय क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज में पांच टी20 मैचों की सीरीज में 2-3 से हार गई। टीम इंडिया 2017 के बाद पहली बार वेस्टइंडीज से किसी टी20 सीरीज में हारी है, लेकिन कोच राहुल द्रविड़ इसे लेकर ज्यादा परेशान नहीं हैं। उनका ध्यान अब एशिया कप और विश्व कप पर है। द्रविड़ ने कहा कि टी20 से वनडे की टीम अलग होगी। भारतीय कोच ने इस बात के भी संकेत दिए कि आगामी एशिया कप में चोटिल खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है।
भारत के कई खिलाड़ी पिछले कुछ महीनों से चोट के कारण परेशान हैं। जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा ने वापसी की है और दोनों आयरलैंड में टी20 खेलेंगे। वहीं, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में रिकवरी की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। ऋषभ पंत भी कार दुर्घटना के बाद से एनसीए में ट्रेनिंग कर रहे हैं, लेकिन उनकी वापसी मुश्किल है। राहुल और अय्यर के बारे में कहा जा रहा है कि दोनों खिलाड़ी जल्द ही टीम में लौटेंगे और उनके एशिया कप में खेलने की ज्यादा उम्मीदें हैं।
23 अगस्त से शुरू होगा शिविर
टीम इंडिया का ध्यान अब एशिया कप और विश्वकप से पहले वनडे क्रिकेट पर केंद्रित रहेगा। द्रविड़ ने संकेत दिए कि जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर सहित चोटिल खिलाड़ियों को एशिया कप में मौका दिया जा सकता है। उन्होंने कहा, “हमारे कुछ खिलाड़ी चोट से उबरने के बाद वापसी कर रहे हैं। हमें उन्हें एशिया कप में मौका देना होगा। एशिया कप के लिए 23 अगस्त से बेंगलुरु में हमारा एक सप्ताह का शिविर शुरू होगा।
तिलक, यशस्वी की तारीफ
तिलक वर्मा, यशस्वी जायसवाल और मुकेश कुमार ने टी-20 सीरीज में डेब्यू किया। द्रविड़ इन तीनों के प्रदर्शन से प्रभावित हैं। द्रविड़ ने कहा, ”मेरा मानना है कि डेब्यू करने वाले तीनों खिलाड़ियों में अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभाई। यशस्वी जायसवाल ने चौथे मैच में शानदार पारी खेली। उसने दिखाया कि जो उसने आईपीएल में किया था उसे वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोहरा सकता है। तिलक वर्मा ने मध्यक्रम में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया। उसने कुछ अवसरों पर मुश्किल परिस्थितियों में बल्लेबाजी की लेकिन उसने अपने इरादे दिखाए और सकारात्मक बल्लेबाजी की। मुकेश ने इस दौरे में सभी प्रारूपों में पदार्पण किया और मुझे लगता है कि उसने बहुत अच्छी तरह से सामंजस्य बिठाया।”
बल्लेबाजी मजबूत करने पर जोर
द्रविड़ ने निचले क्रम की बल्लेबाजी को मजबूत करने पर जोर दिया। भारत इस सीरीज में अर्शदीप सिंह, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और मुकेश कुमार के साथ उतरा जिससे उसकी निचले क्रम की बल्लेबाजी कमजोर पड़ गई। ऑलराउंडर अक्षर पटेल सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। सीरीज के निर्णायक मैच में भारत डेथ ओवरों में तेजी से रन नहीं बना पाया। भारतीय टीम ने नौ विकेट पर 165 रन बनाए। वेस्टइंडीज ने दो ओवर शेष रहते हुए जीत हासिल कर दी।
द्रविड़ ने कहा, ”यहां जो टीम हमने उतारी थी, उससे हमें वह छूट नहीं मिली जिससे कि हम टीम संयोजन में बदलाव कर सकें। लेकिन मेरा मानना है कि कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें हम बेहतर कर सकते हैं। बल्लेबाजी में गहराई लाना ऐसा ही एक क्षेत्र है जिस पर हम काम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम अपनी तरफ से हर संभव सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं लेकिन निश्चित तौर पर यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर हम गौर कर सकते हैं। हम अपनी गेंदबाजी को कमजोर नहीं कर सकते हैं लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बल्लेबाजी में कुछ गहराई रहे।”