नई दिल्ली: भारत की माननीय राष्ट्रपति, श्रीमती. द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रतिष्ठित डूरंड कप ट्रॉफियों का अनावरण किया और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के 133वें संस्करण के लिए ट्रॉफी टूर को हरी झंडी दिखाई। भारतीय खेल के लिए वास्तव में एक ऐतिहासिक अवसर था जब माननीय राष्ट्रपति एवं भारत की प्रथम नागरिक के साथ-साथ सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर ने एक बार फिर ऐतिहासिक टूर्नामेंट को अपनी सक्रिय भागीदारी द्वारा टूर्नामेंट को आशीर्वाद दिया। यह परंपरा किसी और ने नहीं बल्कि भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने बहुत पहले शुरू की थी।
संक्षिप्त टिप्पणी में, माननीय राष्ट्रपति ने इस तथ्य की ओर इशारा किया कि फुटबॉल दुनिया में सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है और जब पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी हजारों लोगों के सामने खेलते हैं, तो खिलाड़ियों और दर्शकों का उत्साह कई गुना बढ़ जाता है। माननीय राष्ट्रपति ने डूरंड कप के 133वें संस्करण में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को भी शुभकामनाएं दीं। समारोह में जनरल अनिल चौहान पीवीएसएम यूवाईएसएम एवीएसएम एसएम वीएसएम एडीसी, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ; जनरल उपेन्द्र द्विवेदी पीवीएसएम एवीएसएम, थल सेनाध्यक्ष; एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी पीवीएसएम, एवीएसएम, एनएम, नौसेना स्टाफ के प्रमुख और एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह पीवीएसएम, एवीएसएम, वायु सेना उप प्रमुख भी शामिल थे।इस महत्वपूर्ण अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल राम चंदर तिवारी, यूवाईएसएम, एवीएसएम, एसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी कमान और टूर्नामेंट के संरक्षक ने कहा, “आज वास्तव में यह हम सभी के लिए एक बड़े सम्मान की बात और भारतीय फुटबॉल के लिए एक बड़ा अवसर है। मुझे नहीं लगता कि भारत में किसी भी खेल या टूर्नामेंट को माननीय राष्ट्रपति जी का यह सम्मान प्राप्त हुआ होगा जैसे आज डूरंड कप को हुआ है । माननीय राष्ट्रपति जी ने ट्राफियों का अनावरण किया एवं ट्रॉफी दौरे को हरी झंडी भी दिखायी। यह माननीय राष्ट्रपति जी का सशस्त्र बलों की परंपराओं और विरासत के प्रति गहरा सम्मान दर्शाता है। सभी की उच्चतम अपेक्षाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी अब हम पर है और हम ऐसा करने के लिए आश्वस्त हैं। हम माननीय राष्ट्रपति जी को धन्यवाद देते हैं।”
उपस्थित अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में भारतीय फुटबॉल के दिग्गज सुनील छेत्री, टीम के मालिक और अभिनेता जॉन अब्राहम शामिल थे। असम, मेघालय, झारखंड और पश्चिम बंगाल की सभी मेजबान राज्य सरकारों के प्रतिनिधि, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अधिकारी, साथ ही इंडियन ऑयल, कोल इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क जैसे टूर्नामेंट के भागीदारों और प्रायोजकों के शीर्ष प्रबंधन और अधिकारी भी उपस्थित थे। डूरंड कप, भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित फुटबॉल टूर्नामेंटों में से एक है। इसका 1888 से पुराना एक समृद्ध इतिहास है और यह देश के कुछ सबसे प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों को खोजने का एक मंच रहा है।
इंडियन ऑयल डूरंड कप का 132वां संस्करण कोलकाता के मोहन बागान सुपर जाइंट (एमबीएसजी) फुटबॉल क्लब ने जीता था जिन्होंने फाइनल में अपने शहर के प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल फुटबॉल क्लब (ईबीएफसी) को 1-0 से हराया था । फाइनल में विजयी गोल दिमित्री पेट्राटोस ने 71वें मिनट में किया था , जिससे एमबीएसजी का 23 साल का खिताबी सूखा समाप्त हुआ था और वह डूरंड कप इतिहास की सबसे सफल टीम बनी। 133वां संस्करण 27 जुलाई को कोलकाता में शुरू होने वाला है, जिसमें कोकराझार (असम), शिलांग (मेघालय) और जमशेदपुर (झारखंड) भी इस साल 43 मैचों में से कई की मेजबानी करेंगे।