नई दिल्ली: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद राहुल द्रविड़ का भारतीय टीम के कोच के तौर पर कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। द्रविड़ का कार्यकाल 2023 वर्ल्ड कप के बाद भी समाप्त हो गया था, लेकिन उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने जून तक उनकी अवधि बढ़ा दी थी। भारतीय टीम के पास 1 जुलाई से अगले 3.5 साल के लिए नया कोच होगा। यह लगभग तय है कि टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ही भारतीय टीम के कोच होंगे। केवल उन्होंने ही इसके लिए अप्लाई किया है। बीसीसीआई की क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) मंगलवार (18 जून) को उनका इंटरव्यू लेने वाली है।
भारतीय टीम की कोचिंग की बात आती है तो 7 साल पहले का एक मजेदार वाकया हुआ था। 2017 में भारतीय टीम को नए कोच की तलाश थी। इसके लिए गौतम गंभीर के साथी और दिग्गज भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने अप्लाई किया था। पिच पर अपनी आक्रामक शैली से अच्छे-अच्छे गेंदबाजों को पानी पिलाने वाले सहवाग ने बीसीसीआई को केवल 2 लाइन का सीवी (CV) भेजा था।
वीरेंद्र सहवाग ने सीवी में बस इतना लिखा था कि वह इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) के मेंटर और कोच हैं। इन सभी (भारतीय) खिलाड़ियों के साथ पहले भी खेल चुके हैं। बीसीसीआई ने एप्लिकेशन के साथ सीवी भेजने को कहा था। तब बीसीसीआई की क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी में दिग्गज सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण थे।
तत्कालिन कोच अनिल कुंबले और वीरेंद्र सहवाग के अलावा पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज के कोच टॉम मूडी, इंग्लैंड के रिचर्ड पायबस, पूर्व भारतीय क्रिकेटर डोडा गणेश और लालचंद राजपूत ने इस पद के लिए आवेदन किया था। अनिल कुंबले की जगह रवि शास्त्री कोच बने थे। कुंबले को 2016 में एक साल के लिए कोच बनाया गया था। तत्कालिन कप्तान विराट कोहली और कुंबले के रिश्ते भी खराब हो गए थे।