नई दिल्ली: भारत की मेजबानी में सितंबर-अक्टूबर में महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 होना है। यह इस टूर्नामेंट का 13वां एडिशन होगा। ऑस्ट्रेलिया सात खिताबों के साथ सबसे सफल महिला क्रिकेट टीम है। भारत दो बार महिला वनडे क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है, लेकिन कभी जीत नहीं पाया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं का क्रिकेट विश्व कप पुरुषों के पहले वर्ल्ड कप से 2 साल पहले ही हो गया था। 1973 में इंग्लैंड की मेजबानी में 7 टीमों ने हिस्सा लिया था। 60 ओवर के टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इंग्लैंड चैंपियन बना था। भारत उसका हिस्सा नहीं था। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 1978 में महिला क्रिकेट विश्व कप में पदार्पण किया,जिसकी मेजबानी भारत ने की थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 1975 में हुआ पहला महिला विश्व कप राउंड-रॉबिन फॉर्मेंट में खेला गया था। राउंड-रॉबिन मैचों के अंत में सबसे ज्यादा अंक जुटाने वाली टीम को विजेता बनती। यानी टूर्नामेंट का कोई आधिकारिक फाइनल नहीं होना था, लेकिन अंतिम मैच फाइनल ही साबित हुआ। अंतिम मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच था।
ऑस्ट्रेलिया यह मैच खेलने अंक से तालिका में शीर्ष पर रहते हुए पहुंचा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने चार मैच जीते थे और एक मैच रद्द हो गया था। इंग्लैंड ने भी चार मैच जीते थे, लेकिन न्यूजीलैंड से हार गया था। ऐसे में यह मैच टूर्नामेंट का फाइनल मैच ही साबित हुआ। बर्मिंघम के एजबेस्टन में आयोजित मैच को इंग्लैंड ने 92 रनों से जीतकर टूर्नामेंट जीत लिया।
इंग्लैंड ने 60 ओवर में 279/3 का शानदार स्कोर बनाया। इसमें एनिड बेकवेल ने 118 रन बनाए और कप्तान राचेल हेहो फ्लिंट ने 64 रन का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष किया और 187/9 रन बनाए। एनिड बेकवेल टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनीं। उन्होंने 264 रन बनाए। यंग इंग्लैंड की रोजलिंड हेग्स ने सबसे ज्यादा 12 विकेट लिए।
इन टीमों ने लिया था हिस्सा
ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, इंटरनेशनल XI,जमैका, त्रिनिदाद एंड टोबागो और यंग इंग्लैंड।