नई दिल्ली: एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट से एक दिन पहले गुरुवार (5 दिसंबर) को भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने इस रहष्य से पर्दा उठा दिया कि यशस्वी जायसवाल का ओपनिंग पार्टनर कौन होगा। रोहित ने पुष्टि की है कि केएल राहुल ही यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में खेलेंगे। 37 वर्षीय रोहित नवंबर 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में 0-3 से मिली हार के बाद से ही सवालों के घेरे में हैं।
रोहित सीरीज की छह पारियों में केवल एक बार पचास का आंकड़ा पार कर पाए और 93 रन ही बना पाए। 15.16 का उनका औसत उनके टेस्ट करियर का सबसे खराब औसत रहा, जिसमें उन्होंने कम से कम तीन मैच खेले हों। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में रोहित शर्मा दूसरी बार पिता बनने के कारण नहीं खेले। ऐसे में राहुल ने यशस्वी के साथ ओपनिंग की थी। दोनों पारियों में उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया प्राइम मिनिस्टर 11 के खिलाफ भी उन्होंने ओपनिंग की। इसके बाद चर्चा हो रही थी कि क्या वह एडिलेड में ओपनिंग करेंगे? रोहित शर्मा ने जानकारी दी है कि ऐसा ही होगा।
केएल ओपनिंग करेंगे
रोहित शर्मा ने गुरुवार को एडिलेड में प्रेस से कहा, ” केएल ओपनिंग करेंगे। जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की और जायसवाल के साथ उनकी साझेदारी ने उस पहले टेस्ट की जीत में अहम भूमिका निभाई। जिस तरह से उन्होंने भारत के बाहर बल्लेबाजी की है वह इसके हकदार हैं। मैं बीच में कहीं बल्लेबाजी करूंगा। यह काफी सरल निर्णय था। व्यक्तिगत रूप से बल्लेबाज के तौर पर यह आसान नहीं था, लेकिन टीम के लिए यह एक आसान निर्णय था।”
रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा पर क्या बोले रोहित
2013 और 2018 के बीच एक रुक-रुक कर चलने वाले टेस्ट करियर के बाद रोहित शर्मा ने 2019 के अंत में टेस्ट में ओपनिंग करने के लिए आगे आए और 64 पारियों में 9 शतकों के साथ 2685 रन बनाए, जो इस अवधि में भारत के लिए सबसे अधिक है। भारत के दोनों दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा पहले टेस्ट में नहीं खेल पाए, लेकिन रोहित ने पुष्टि की कि यह जोड़ी सीरीज के बाकी मैचों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर को पर्थ में एकमात्र स्पिनर के रूप में मौका मिला था, जहां जसप्रीत बुमराह की अगुआई में तेज गेंदबाजों ने दबदबा दिखाया।
पिच के हिसाब से होगा फैसला?
रोहित ने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से अश्विन और जडेजा को यह खबर देने के लिए वहां नहीं था कि वे पर्थ में नहीं खेलेंगे। प्रबंधन ने उस सर्वश्रेष्ठ टीम को चुना, जो उन्हें लगा कि उस पिच के अनुकूल है। ये दोनों बाकी सीरीज में अहम भूमिका निभाएंगे। अतीत में भारत के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। हम पिचों को देखेंगे और फैसला करेंगे।”