नई दिल्ली: पूर्व ओपनर बल्लेबाज एड कोवान सहित कुछ पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट के लिए नाथन मैकस्वीनी के चयन पर सवाल उठाए हैं। ऑस्ट्रेलियाई मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने मैकस्वीनी के चयन को सही बताते हुए जवाब दिया है। उनका मानना है कि “टेस्ट स्तर पर सफल होने के लिए उनमें क्षमता है। कोवान ने ओपनर बल्लेबाज के रूप में मैकस्वीनी की तकनीक और स्वभाव के बारे में चिंता जताई थी। मैकस्वीनी को ओपनिंग का अनुभव नहीं है।
उन्होंन अपने फर्स्ट क्लास करियर में केवल एक बार इंडिया ए के खिलाफ दूसरे अनौपचारिक टेस्ट के दौरान ओपनर बल्लेबाज की भूमिका निभाई थी। सेन रेडियो पर बेली ने कहा, “मेरा मानना है कुछ ज्यादा ही अनुमान लगाया जा रहा है,लेकिन मुझे नहीं लगता कि क्रिकेट केवल सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों से चलता है।” पांच टेस्ट, 90 एकदिवसीय और 30 टी20 खेलने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ने इस फैसले की तुलना पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए नए खिलाड़ियों को चुनने के फैसले से की, जिसमें मेजबान टीम 1-2 से हार गई थी।
बेली ने कहा, “हाल ही में खेली एकदिवसीय टीम मुझे लगता है कि इसका एक अच्छा उदाहरण है। इसमें ऐसे खिलाड़ी थे जो वास्तव में एकदिवसीय स्तर पर प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं, लेकिन एक बात काफी स्पष्ट थी कि वे पूरी तरह से तालमेल नहीं बिठा पाए। उन्हें नहीं पता था कि उनके साथी कैसे काम करते हैं। हमें निश्चित रूप से लगता है कि नाथन टेस्ट टीम में अपने आस-पास के खिलाड़ियों जैसा प्रदर्शन करेंगे।”
पांच खिलाड़ियों को आराम देने के फैसले को सही बताया
ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के आखिरी वनडे के लिए कप्तान पैट कमिंस समेत पांच खिलाड़ियों को आराम दिया, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई मुख्य चयनकर्ता ने योजना और फैसले को ‘सही’ बताया। रविवार को मैच हारकर ऑस्ट्रेलिया ने 2002 के बाद पहली बार घरेलू मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज गंवा दी।
प्राथमिकता टेस्ट सीरीज
बेली ने इसे लेकर कहा, “हम इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट हैं कि इस गर्मी में हमारी प्राथमिकता टेस्ट सीरीज होगी और इस वजह से उस टीम के लगभग हर खिलाड़ी ने अलग-अलग तरह की तैयारी की है। हम श्रीलंकाई सीरीज (जनवरी-फरवरी में दो टेस्ट) तक उस ट्रेनिंग का पूरा फायदा नहीं देख सकते हैं, लेकिन इस पर थोड़ा विचार किया जा रहा है।”
बेली का यह भी मानना है कि पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी वनडे खेलने वाली टीम के सात या आठ खिलाड़ी चैंपियंस ट्रॉफी में खेल सकते हैं। उन्होंने कहा, “एक तरफ, हम पर अक्सर उम्रदराज टेस्ट टीम होने का आरोप लगता है, लेकिन दूसरी तरफ जब हम कुछ ऐसे खिलाड़ियों को मौका देते हैं जिन्हें हम अपनी वनडे टीम का भविष्य मानते हैं। मुझे लगता है कि (पर्थ में) खेलने वाली टीम में से सात या आठ खिलाड़ी चैंपियंस ट्रॉफी की टीम का हिस्सा होंगे।”