नई दिल्ली: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय टीम वापसी करने के करीब है। इसका पूरा श्रेय नितीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर को जाता है। भारत के हर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोई नया उभरता खिलाड़ी मिलता है। 2024-25 के दौरे पर नितीश कुमार रेड्डी मिले हैं। वह तेज गेंदबाज ऑलराउंडर के रूप में खेल रहे हैं, लेकिन रन बनाकर भारत को संकट से उबार रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के 21 साल नितीश रेड्डी ने पहला अर्धशतक लगाकर अल्लू अर्जुन के पुष्पाराज स्टाइल में जश्न मनाया। फिर इस पारी को शतक में तब्दील करके बताया कि वह ‘फायर नहीं वाइल्ड फायर’ हैं। नितीश जब क्रीज पर आए थे तब भारतीय टीम ने 200 के अंदर 6 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद उन्होंने न सिर्फ भारत को फॉलोऑन से बचाया बल्कि 350 के पार पहुंचा दिया। ऑस्ट्रेलिया बड़ी बढ़त हासिल करने से वंचित कर दिया।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज
नितीश कुमार रेड्डी इस बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। मेलबर्न में तीसरे दिन खराब रोशनी से खेल रुकने तक भारत ने 116 ओवर में 9 विकेट पर 358 रन बना लिए। ऑस्ट्रेलिया 116 रन से आगे है। नितीश कुमरा रेड्डी 105 रन बनाकर क्रीज पर है। उन्होंने 4 मैच की 6 पारी में 71 के औसत से 284 रन बनाए हैं।
वाशिंगटन सुंदर के साथ 127 रन की साझेदारी
नितीश रेड्डी जब क्रीज पर आए तब भारत ने 6 विकेट 191 रन पर गंवा दिए थे। 221 रन पर 7वां विकेट गिर गया। इसके बाद नितीश ने वाशिंगटन सुंदर के साथ 127 रन की साझेदारी की। दोनों न सिर्फ फॉलोऑन बचाया बल्कि एक पूरे सत्र में ऑस्ट्रेलिया को विकेट नहीं मिलने दिया। नाथन लियोन ने वाशिंगटन को आउट किया। वाशिंगटन ने 162 गेंद पर 50 रन बनाए।