नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम का स्वागत बाउंस और पेस से होगा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट के लिए पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम की पिच पर हमेशा की तरह “अच्छी उछाल और गति” वाली होगी। 22 नवंबर से शुरू होने वाले पर्थ टेस्ट में भारत कोई अभ्यास मैच खेले बिना उतरेगा। मेहमान टीम ने 15 से 17 नवंबर तक बंद दरवाजों के पीछे खेले जाने वाले इंट्रा-स्क्वाड गेम को रद्द कर दिया है।
अब भारत पास के वाका स्टेडियम में सेंटर-विकेट ट्रेनिंग पर ध्यान केंद्रित करेगा, जहां ऑस्ट्रेलिया भी अपने कौशल को निखारेगा। वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के मुख्य क्यूरेटर आइजैक मैकडोनाल्ड ने बताया है कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट में पिच कैसी होगी? मैकडोनाल्ड पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट जैसी ही पिच तैयार करने की कोशिश में हैं। उस मैच में पाकिस्तान दूसरी पारी में 89 रन पर ढेर हो गया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 360 रनों की बड़ी जीत दर्ज की थी।
मैच के आगे बढ़ने के साथ पिच में दरारें भी आ गई थीं और मार्नस लाबुशेन जैसे बल्लेबाजों को चोटें भी लगी थीं। कुल मिलाकर तीन ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क ने पाकिस्तान के 20 में से 12 विकेट चटकाए। हाल ही में पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह और हारिस राउफ ने तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग की कमर तोड़कर रख दी। मेजबान टीम को 140 रन पर आउट कर दिया।
मैकडोनाल्ड ने कहा
मैकडोनाल्ड ने कहा कि वह पिच को तेज बनाने के लिए उस पर कुछ घास छोड़ना चाहते हैं। ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार उन्होंने कहा, “यह ऑस्ट्रेलिया है, यह पर्थ है… अच्छी गति, अच्छी उछाल और अच्छी कैरी देने की तैयारी है। 10 मिमी घास एक अच्छा शुरुआती बिंदु है। पिछले साल की परिस्थितियों के हिसाब से दस मिलीमीटर काफी आरामदायक था और इससे पहले कुछ दिनों तक परिस्थितियां अच्छी बनी रहीं। पिच पर घास होने से गति मिलती है। दोनों बॉलिंग यूनिट (ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान) पिछले साल काफी तेज थीं और इस साल भी (भारत के मैच के लिए) ऐसी ही उम्मीद है।” मैकडोनाल्ड पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट जैसी ही पिच तैयार करने की कोशिश में हैं। उस मैच में पाकिस्तान दूसरी पारी में 89 रन पर ढेर हो गया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 360 रनों की बड़ी जीत दर्ज की थी।