नई दिल्ली: मेलबर्न टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भारत के पास मैच को ड्रॉ कराने का सुनहरा मौका था, लेकिन यशस्वी जायसवाल (84 रन) और ऋषभ पंत (30 रन) को छोड़कर कोई भी इंडियन बैट्समैन दहाई के आंकड़े को भी नहीं छू पाया। भारत की इस लचर बल्लेबाजी की वजह से टीम को 184 रन के अंतर से हार मिली। इस टेस्ट मैच में भारत के युवा ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने दोनों पारियों में अच्छी बल्लेबाजी की।
यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में 82 रन बनाए और दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए तो वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 84 रन बनाए और अंपायर के गलत फैसले का शिकार बने। यशस्वी का दोनों पारियों में इस तरह से आउट होना भारत की हार का सबसे बड़ा कारण भी बना। अगर यशस्वी खेल जाते तो स्थिति कुछ और होती, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। मेलबर्न टेस्ट मैच की दोनों पारियों को मिलाकर यशस्वी जायसवाल ने 166 रन बनाए और इन रन के दम पर उन्होंने वीरेंद्र सहवाग का बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया और टेस्ट प्रारूप में एक कैलेंडर साल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए।
सहवाग से आगे निकले यशस्वी जायसवाल
मेलबर्न टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी करने वाले यशस्वी जायसवाल अब भारत की तरफ से टेस्ट प्रारूप में एक कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए। यशस्वी जायसवाल ने साल 2024 में टेस्ट प्रारूप में कुल 1478 रन बनाए और वो वीरेंद्र सहवाग से आगे निकल गए। सहवाग ने साल 2008 में टेस्ट में 1462 रन बनाए थे और वो भारत की तरफ से टेस्ट के एक साल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर आ गए। इस लिस्ट में पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने साल 2010 में 1562 रन बनाए थे।
टेस्ट में एक साल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज
1562 रन – सचिन तेंदुलकर (2010)
1478 रन – यशस्वी जायसवाल (2024)
1462 रन – वीरेंद्र सहवाग (2008)
1422 रन – वीरेंद्र सहवाग (2010)
1407 रन – सुनील गावस्कर (1979)
विश्वनाथ और अमरनाथ से आगे निकले यशस्वी
यशस्वी जायसवाल ने मेलबर्न टेस्ट मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाया और वो भारत के लिए एक साल में सबसे ज्यादा 50 प्लस की पारी खेलने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर आ गे। गावस्कर और सचिन ने एक साल में 12-12 बार ही टेस्ट में 50 प्लस की पारी खेली थी जबकि यशस्वी ने भी साल 2024 में 12 बार ऐसा किया और गुणडप्पा विश्वनाथ व मोहिंदर अमरनाथ से आगे निकल गए जिन्होंने 11-11 बार ये कमाल किया था।
भारत के लिए टेस्ट में एक वर्ष में सर्वाधिक 50+ स्कोर
13 – वीरेंद्र सहवाग (2010)
12 – सुनील गावस्कर (1979)
12 – सचिन तेंदुलकर (2010)
12 – यशस्वी जयसवाल (2024)
11 – गुंडप्पा विश्वनाथ (1979)
11 – मोहिंदर अमरनाथ (1983)