नई दिल्ली । भारतीय टीम पिछले कुछ सीरीज से लगातार युवा खिलाड़ियों को मौके दे रही है। हाल ही में यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा और मुकेश कुमार ने डेब्यू किया। इनमें मुकेश तेज गेंदबाज और बाकी दोनों बल्लेबाज हैं। भारतीय टीम में जल्द ही यशस्वी और तिलक को नई भूमिकाएं सौंपी जा सकती हैं। दोनों की बल्लेबाजी का हुनर तो सभी जानते हैं। दोनों ने वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए शानदार डेब्यू किया। जहां जयसवाल ने शीर्ष क्रम में प्रभावित किया है, वहीं तिलक वर्मा ने टी20 में मध्य क्रम में काफी संभावनाएं दिखाई हैं। अब एक बड़ी बात सामने आई है कि दोनों को गेंदबाजी की भूमिका भी सौंपी जा सकती है।
भारतीय गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि टीम तिलक वर्मा और यशस्वी जयसवाल जैसे युवा बल्लेबाजों की गेंदबाजी क्षमताओं पर काम कर रही है, जो अंशकालिक गेंदबाज के रूप में कुछ स्पिन गेंदबाजी कर सकते हैं और जल्द ही वे कम से कम एक-एक ओवर गेंदबाजी करते नजर आएंगे। भारतीय टीम में एक समय युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज गेंदबाजी से भी कमाल दिखाते थे। टीम इंडिया उन्हीं दोनों की तरह नए खिलाड़ियों को विकसित करना चाहती है।
गेंदबाजी ने क्या कहा?
पारस ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”जब आपके पास कोई ऐसा खिलाड़ी होता है जो हर चीज में योगदान दे सकता है, तो काफी अच्छा होता है। मैंने तिलक और यशस्वी को अंडर-19 के दिनों से गेंदबाजी करते देखा है। वे अच्छे गेंदबाज बनने में सक्षम हैं। वे इस स्तर पर इस पर काम कर सकते हैं। जब आपको इस तरह के विकल्प मिलते हैं, तो यह अच्छा है। उनका होना अच्छा है। उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द ही गेंदबाजी करते देखेंगे। हम इस पर काम कर रहे हैं। इसमें समय लगेगा। जल्द ही हम उन्हें कम से कम एक ओवर गेंदबाजी करते हुए देखेंगे।”
गेंदबाजी कोच ने की मुकेश की तारीफ
गेंदबाजी कोच ने इस दौरे पर तेज गेंदबाज मुकेश कुमार के प्रदर्शन की सराहना की। मुकेश को तीनों प्रारूप में डेब्यू करने का मौका मिला है। पारस ने कहा, ”मैं मुकेश की प्रगति से बेहद खुश हूं। बहुत से लोगों को एक ही दौरे पर तीनों प्रारूपों में खेलने का मौका नहीं मिलता है। वह शायद दूसरे नंबर पर हैं। ऐसा करना शानदार है। उनकी विचार प्रक्रिया और दृष्टिकोण शानदार है। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिसे यहां आना चाहिए, कठिन विरोधियों और विकेटों के खिलाफ खेलना चाहिए। हमें उनके वर्कलोड को लेकर होशियार रहना होगा।”