नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया में लॉर्ड्स का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। इसे क्रिकेट का मक्का कहा जाता है, और यह मैदान न सिर्फ अपनी खूबसूरती और इतिहास के लिए मशहूर है, बल्कि अब यह एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की कगार पर भी खड़ा है। 2025 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के साथ लॉर्ड्स सातवीं बार किसी ICC फाइनल की मेजबानी करेगा, जो दुनिया के किसी भी अन्य स्टेडियम से कहीं ज्यादा है। कोई दूसरा मैदान अब तक तीन बार से ज्यादा ICC फाइनल की मेजबानी नहीं कर पाया है। आइए, इस ऐतिहासिक मैदान की यात्रा पर चलें और जानें कि क्यों लॉर्ड्स क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में इतना खास है। लॉर्ड्स ने अब तक छह बार ICC टूर्नामेंट के फाइनल की मेजबानी की है, और हर बार इसने क्रिकेट इतिहास में कुछ यादगार पल जोड़े हैं। इन फाइनल्स की सूची इस प्रकार है:
- 1975 वनडे वर्ल्ड कप: पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप, जहां वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब जीता। क्लाइव लॉयड की तूफानी पारी और वेस्टइंडीज की धमाकेदार जीत ने लॉर्ड्स को दुनिया के नक्शे पर और चमका दिया।
- 1979 वनडे वर्ल्ड कप: एक बार फिर वेस्टइंडीज ने फाइनल में इंग्लैंड को मात दी। विवियन रिचर्ड्स की शानदार बल्लेबाजी ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
- 1983 वनडे वर्ल्ड कप: यह फाइनल भारतीय क्रिकेट के लिए स्वर्णिम पल था। कपिल देव की अगुआई में भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप जीता। यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए मील का पत्थर साबित हुई।
- 1999 वनडे वर्ल्ड कप: ऑस्ट्रेलिया ने इस फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया। शेन वॉर्न की जादुई गेंदबाजी ने लॉर्ड्स की पिच पर कमाल दिखाया।
- 2009 T20 वर्ल्ड कप: पाकिस्तान ने श्रीलंका को हराकर पहली बार T20 वर्ल्ड कप जीता। शाहिद अफरीदी की धमाकेदार पारी ने लॉर्ड्स में तालियों की गूंज बिखेर दी।
- 2019 वनडे वर्ल्ड कप: यह फाइनल क्रिकेट इतिहास के सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक था। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच सुपर ओवर तक गया यह मैच आखिरकार इंग्लैंड ने जीता, और लॉर्ड्स एक बार फिर इतिहास का गवाह बना।
क्यों है इतना खास?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लॉर्ड्स को क्रिकेट का मक्का यूं ही नहीं कहा जाता। 1814 में स्थापित, यह मैदान क्रिकेट की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित जगहों में से एक है। इसकी हरी-भरी पिच, ऐतिहासिक पवेलियन, और दर्शकों का उत्साह इसे हर क्रिकेटर का सपना बनाता है। लॉर्ड्स की पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए चुनौती पेश करती है, जिससे यहां खेले जाने वाले मैच हमेशा रोमांचक होते हैं। इसके अलावा, लॉर्ड्स का मरिलबोन क्रिकेट क्लब से गहरा नाता है। MCC क्रिकेट के नियम बनाता है, और लॉर्ड्स उसका घर है। यही कारण है कि ICC जैसे बड़े टूर्नामेंट्स के फाइनल के लिए लॉर्ड्स को बार-बार चुना जाता है।
एक नया अध्याय
2025 का WTC फाइनल लॉर्ड्स के लिए एक और सुनहरा मौका होगा। दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया, दो टेस्ट क्रिकेट की दिग्गज टीमें, इस मैदान पर खिताब के लिए भिड़ेंगी। यह मुकाबला न सिर्फ क्रिकेट प्रशंसकों के लिए रोमांचक होगा, बल्कि लॉर्ड्स के इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका जो अब तक कोई ICC खिताब नहीं जीत पाया है, इस फाइनल में इतिहास रचने की कोशिश करेगा। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया अपनी मजबूत बल्लेबाजी और घातक गेंदबाजी के साथ एक और खिताब अपने नाम करना चाहेगा। लॉर्ड्स की पिच पर यह जंग देखने लायक होगी।
लॉर्ड्स का कोई जवाब नहीं
यह बात हैरान करने वाली है कि दुनिया का कोई भी दूसरा स्टेडियम तीन बार से ज्यादा ICC फाइनल की मेजबानी नहीं कर पाया है। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG), कोलकाता का ईडन गार्डन्स, या लंदन का द ओवल जैसे बड़े मैदान भी इस मामले में लॉर्ड्स से पीछे हैं।