ड्रैगन बोट में मप्र ने तीनों स्वर्ण पदक अपने नाम किए, पैरा कैनो के मुकाबले आज से
भोपाल। राजधानी में आयोजित हो रही 35वीं राष्ट्रीय जूनियर व सब जूनियर कैनो स्प्रिंट में मप्र के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। मेजबान मप्र ने तीसरे दिन छह स्वर्ण, दो रजत व एक कांस्य सहित नौ पदक जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। मप्र अब तक 19 स्वर्ण, सात रजत व दो कांस्य सहित कुल 28 पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर बरकरार है। वहीं तीसरे दिन केरल ने जोरदार प्रदर्शन कर पांच स्वर्ण व दो कांस्य पदक जीते। ओडिशा के खाते में एक स्वर्ण चार रजत व एक कांस्य पदक आया। 13वीं राष्ट्रीय ड्रैगन बोट में मप्र का जलवा बरकरार रहा। तीनों स्वर्ण पदक मप्र की टीमों ने जीते।
राजधानी के छोटे तालाब पर स्थित बोट क्लब में मप्र कयाकिंग एवं कैनोइंग एसोसिएशन व भारतीय कयाकिंग एवं केनोइंग एसोसिएशन के तत्वावधान में यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। शानिवार को 500 मी के मुकाबले हुए। सब जूनियर के-1 बालक वर्ग में मप्र के येभबा ने ने स्वर्ण पदक जीता। के-2 बालक वर्ग में अभिषेक आर्य व येभाबा ने भी स्वर्ण पदक जीता। के-4 बालक वर्ग में अभिषेक आर्य, वेंगथोई, देवजीत व डेमसन की चौकड़ी ने स्वर्ण पदक जीता। सी-2 बालक वर्ग में प्रणीत मीणा व नीतेश् की जोड़ी ने भी स्वर्ण पदक जीता। सब जूनियर बालक वर्ग के के-1 में निहारिका सिंह ने स्वर्ण पदक जीता। के-2 में मानवी जाट व निहारिका सिंह ने स्वर्ण पदक जीता। के-4 बालिका में मप्र की मानवी जाट, भाग्यश्री साहू,स्नेहा व नीलू की चौकड़ी ने मप्र के लिए रजत पदक जीता। सी-1 में मप्र की माही साहू ने कांस्य तथा सी-2 में मप्र की कनुप्रिया व प्रगति की जोड़ी ने रजत पदक जीता।
ड्रैगन बोट में मप्र का दबदबा कायम
13वीं राष्ट्रीय ड्रैगन बोट स्पर्धा में 500 मी के तीन फाइनल मुकाबले हुए। पुरुष, महिला व मिक्स तीनों के स्वर्ण पदक मप्र ने जीते। इस तरह मप्र ने ड्रैगन बोट में दाव पर रखे छह में से पांच पदक अपने नाम किए।
इन्होंने बांटे पुरस्कार
प्रतियोगिता के दौरान शनिवार को अजय शर्मा, पुलिस हाउसिंग चेयरमैन, एलएनसीटी के ग्रुप चेयरमैन जय नारायण चौकसे, संयुक्त संचालक खेल बीएस यादव, संयुक्त संचालक डीपीआई आलोक खरे, विश्वामित्र अवार्डी कोच जयदेव शर्मा, एकलव्य अवार्डी व भाजपा नेता हैंडबाल कृष्णा घाडगे, विश्वामित्र अवार्डी विनोद मिश्रा, नफीस कुरैशी, अविनाश सिंह, एसक के खरे, आरएस कुंभकर व विनय व्यास ने पुरस्कार वितरित किए।