नई दिल्ली: नॉर्वे के स्टार शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन एक बार फिर विवाद के कारण चर्चा में हैं। वर्ल्ड ब्लिट्स और रैपिड चैंपियनशिप में यह खिलाड़ी पहले अपनी जींस को लेकर चर्चा में आया और अब इस खिलाड़ी पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया जा रहा और जांच की मांग की जा रही है। मैगन्स को उनका एक मजाक काफी भारी पड़ गया है। मैगन्स कार्लसन और इयान नेपोमनिची ने वर्ल्ड ब्लिट्ज चैंपियनशिप टाइटल शेयर किया। आमतौर पर ऐसा नहीं होता लेकिन इस बार चेस की अंतरराष्ट्रीय संस्था FIDE इसके लिए मान गई। हालांकि अब मैगन्स कार्लसन और नेपो पर फिक्सिंग का आरोप लगाया जा रहा है। कार्लसन ने मुद्दे पर सफाई भी दी और कहा कि उनके एक मजाक को ज्यादा गंभीर ले लिया गया है।
मैगन्स और नेपो ने फाइनल में चार मैच खेले थे। इसमें से दोनों ने 2-2 मैच खेले थे। वहीं फिर तीन टाइब्रेक ड्रॉ होने के बाद दोनों ने ड्रॉ करने का फैसला किया। इसी मैच के दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में मैगन्स नेपो से बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मैगन्स ने कहा, ‘अगर फीडे वाले शेयर करने के लिए नहीं मानते हैं तो जब तक वह तैयार नहीं होते हम छोटे ड्रॉ खेलते रहेंगे।’ यह कहकर वह हंसने लगे और हाथ मिलाया।
सोशल मीडिया पर फैंस के अलावा चेस के दिग्गज खिलाड़ी भी इसके खिलाफ खड़े दिखाई दिए। हैन्स नीमस, श्रीनाथ नारायण और दिग्गज खिलाड़ी सुसान पुलगर ने इसे गलत बताया। इसे मैच फिक्सिंग कहा जा रहा है। यह भी कहा गया कि पिछले साल इसी टूर्नामेंट में जब नेपो और दानिल डुबोव ने छोटा ड्रॉ खेला था तो उन्हें सजा दी गई थी। हैंस नीमन ने लिखा, “FIDE की एथिक्स कमेटी को जांच करनी चाहिए। मैं विश्वास नहीं कर सकता कि दो खिलाड़ी जिन्होंने दुर्भावनापूर्ण रूप से मुझ पर आरोप लगाया और मेरा करियर बर्बाद करने की कोशिश की, वे खुलेआम नियम तोड़ रहे हैं। विडंबना इससे बदतर नहीं हो सकती।”
मैगन्स ने एक्स पर इसे लेकर सफाई दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, “मैंने अपने करियर में कभी भी पहले से ड्रॉ की व्यवस्था नहीं की है। वीडियो में मैं इयान के साथ ऐसी स्थिति में मजाक कर रहा हूं जहां निर्णायक टाईब्रेक नियमों की कमी है। यह स्पष्ट रूप से FIDE को प्रभावित करने का प्रयास नहीं था। यह इस भावना से कहा गया था कि मुझे लगा कि FIDE हमारे प्रस्ताव से सहमत होगा।’