ढाका। अभिषेक के आखिरी क्षणों में किए गए गोल की बदौलत भारत ने शुक्रवार (30 सितंबर) को यहां फाइनल में मेजबान बांग्लादेश को 5-4 से हराकर अंडर-18 एशिया कप पुरुष हाकी टूर्नामेंट का खिताब जीता। भारत ने इस जीत से टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में बांग्लादेश से मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। तब भी दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला और आज (शुक्रवार, 30 सितंबर) भी दर्शकों ने खेल का भरपूर आनंद उठाया लेकिन आखिर में भारत चैंपियन बनने में सफल रहा।
भारत ने तेजतर्रार शुरुआत की और कुछ अच्छे मूव बनाए। इन दोनों टीमों के बीच पिछले मैच में बांग्लादेश ने जवाबी हमले करके अपनी जीत सुनिश्चित की थी और भारत ने उसे ध्यान में रखते हुए इस बार अधिक सतर्कता बरती। भारत को छठे मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस पर गोल नहीं हो पाया। बांग्लादेश ने जवाबी हमले के लिए इंतजार किया और ऐसे एक मौके पर उसने अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया। भारतीय गोलकीपर पंकज कुमार राजक ने शुरू में शॉट रोक दिया लेकिन एम रोमन सरकार रिबाउंड पर गोल करके अपनी टीम को बढ़त दिलाने में सफल रहे।
शिवम आनंद ने भारत को बराबरी दिलाई। उन्होंने सर्किल के पास से गेंद थामी और बांग्लादेश के दो रक्षकों को छकाकर रिवर्स फ्लिक से गोल किया। भारत को पहले हाफ एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन यह भी बेकार गया। दूसरी तरफ बांग्लादेश की तरफ से मोहम्मद मोहसिन ने गोल करके मध्यांतर तक मेजबान टीम को 2-1 से आगे रखा। मध्यांतर के बाद भारत ने अच्छी वापसी की। हार्दिक सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया जबकि दिलप्रीत सिंह के गोल से उसने बढ़त बनाई। उतार चढ़ाव वाले इस मैच में हालांकि बांग्लादेश ने मोहम्मद अशरफुल इस्लाम के गोल से 60वें मिनट में बराबरी कर दी।
ऐसे में जबकि मैच टाईब्रेकर की तरफ बढ़ रहा था तब इबुंगो सिंह कोंजेंगबाम ने भारत को बढ़त दिला दी लेकिन मेहताब हुसैन ने 64वें मिनट में बांग्लादेश को फिर से बराबरी दिला दी। भारत ने आखिरी क्षणों में गोल करने के लिए अपनी तरफ से भरसक प्रयास किए और इसका उसे फायदा भी मिला जब अभिषेक ने हूटर बजने से कुछ सेकेंड पहले गोल करके भारत को खिताब दिलाया। भारत के हार्दिक सिंह को मैन ऑफ द मैच और पंकज कुमार को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर आंका गया।