नई दिल्ली: भारत के ओलंपिक इतिहास में पीवी सिंधु की खास जगह है। देश के लिए दो ओलंपिक मेडल जीतने वाली यह खिलाड़ी खेल के साथ-साथ अब एक आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ खास करने जा रही है। यह खिलाड़ी भारत में खेल प्रतिभाओं को तैयार करने में अपनी भूमिका निभाना चाहती हैं और इसकी शुरुआत कर दी है।
पीवी सिंधु की नई शुरुआत
पीवी सिंधु ने कैप्शन में लिखा, ‘विशाखापत्तनम में सिंधु सेंटर फॉर बैडमिंटन स्पोर्ट्स एक्सिलेंस की नींव रखते हुए मैं बहुत उत्साहित महसूस कर रही हूं। यह सिर्फ एक सुविधा नहीं है यह भविष्य है। यह एक बड़ा कदम है जिससे हम अगली पीढ़ी को चैंपियन बनाएंगे और उनमें भारतीय स्पोर्ट्स को लेकर नई उम्मीद जगाएंगे।’
सिंधु ने शेयर की तस्वीर
सिंधु ने तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें वह अपने माता-पिता के साथ नजर आ रही हैं। वह वहां मौजूद इंजीनियर्स से भी सेंटर को लेकर बातचीत करते हुए दिखाई दीं। सिंधु ने इस स्पोर्ट्स एक्सिलेंस की नींव रखी। इस मौके पर सिंधु ने अपने पार्टनर्स को भी शुक्रिया कहा। उन्होंने लिखा, ‘अपनी टीम और पाटनर्स के समर्थन से, हम कुछ ऐसा बनाने जा रहे हैं जो आने वाली पीढ़ियों को सशक्त बनाएगा।’
निराशाजनक था पेरिस ओलंपिक
पीवी सिंधु के लिए पेरिस ओलंपिक निराशाजनक रही थी। वह ग्रुप राउंड में तो अपने दोनों मैच जीतने में कामयाब रहे थे। हालांकि राउंड ऑफ 16 में वह चीन की हे बिनजियाओ के खिलाफ मुकाबला हार गई। पेरिस के बाद भी वह कुछ खास नहीं कर पाई हैं। हालांकि इस खिलाड़ी का करियर यह बताने के लिए काफी है कि उन्होंने भारत को गर्व महसूस कराने के कितने मौके दिए हैं।
उपलब्धियां
पीवी सिंधु ने ओलंपिक में दो मेडल जीते हैं। उन्होंने रियो ओलंपिक में सिल्वर और टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वहीं वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी उन्होंने पांच मेडल जीते थे। साल 2019 में उन्होंने देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था। सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स में दो गोल्ड दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता है। एशियन गेम्स में भी यह खिलाड़ी दो मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। साल 2018 में उन्होंने महिला सिंगल्स में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं 2014 में उन्होंने महिला टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।