नई दिल्ली: खेलों का सबसे बड़ा महाकुंभ यानी कि ओलंपिक की शुरुआत में कुछ ही दिन बचे हैं 26 जुलाई से पेरिस में 33वें ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा साल 1900 और 1924 के बाद यह तीसरा मौका है जब फ्रांस की राजधानी पेरिस को इन खेलों की मेजबानी दी गई है। दुनिया के 206 देश के लगभग 10000 एथलीट इन खेलों में हिस्सा लेने पेरिस पहुंचेंगे। बीते एक दशक से इन खेलों की तैयारी में लगे पेरिस ने इन खेलों को सबसे अलग बनाने की पूरी कोशिश की है। चाहे बात मेडल की हो या ओपनिंग सेरेमनी की पेरिस ओलंपिक कई लिहाज में अब तक के हुए बाकी खेलों से अलग है।
पेरिस ओलंपिक 2024 का एंबलम भी काफी हटकर है। इस एंबलम को साल 2019 में लॉन्च किया गया था। एंबलम में खेल, गेम्स और फ्रांस के सिंबल का इस्तेमाल किया गया है। इस एंबलम को फ्रेंच आर्टिस्ट मरियानी ने डिजाइन किया है। इस एंबलम को महिलाओं से जोड़ा गया है। इसकी वजह यही है की पहली बार साल 1900 में पेरिस में ओलंपिक खेलों का आयोजन हुआ था तब महिलाओं को पहली बार इन खेलों में हिस्सा लेने की अनुमति दी गई थी। यह पहला मौका है जब ओलंपिक और पैरालंपिक का एंबलम एक जैसा होगा। पेरिस ओलंपिक की ओपनिंग सेरिमनी भी सबसे अलग होने वाली है। आम तौर पर ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी स्टेडियम में होती आई है लेकिन यह पहला मौका है जब ओलंपिक की ओपनिंग सेरमनी नदी पर होगी। सेरी नदी पर सेरेमनी होगी जहां हजारों एथलीट्स नांव से नदी को पार करेंगे और एफिल टावर की ओर जाएंगे।
पेरिस ओलंपिक में दिए जाने वाले मेडल भी अलग होंगे। हर एक मेडल में एफिल टावर का ओरिजिनल लोहा लगा हुआ होगा फोन विराम गोल्ड मेडल का वजन 529 ग्राम सिल्वर मेडल का 525 ग्राम और ब्रांच मेडल का 455 ग्राम होगा। इन मेडल का डायमीटर 85 म और मोटी जो 9.2 मिली मीटर होगी यह डिजाइन फ्रांस की स्पिरिट को दर्शायेगा। इन पेरिस ओलंपिक में चार खेलों को पहली बार शामिल किया गया है। ब्रेकडांसिंग का इन खेलों में डेब्यू होगा। स्केटबोर्डिंग, सर्फिंग और स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग भी नए खेलों में शामिल है। इसके अलावा कराटे, बेसबॉल और सॉफ्टबॉल टोक्यो ओलंपिक 2020 का हिस्सा थे लेकिन इस बार यह खेल नहीं होंगे। हालांकि भारत के किसी भी खिलाड़ी ने नए चार खेलों में क्वालिफाई नहीं किया।