नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुने जाने के बाद हार्षित राणा ने रणजी ट्ऱॉफी में गेंद ही नहीं बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन किया है। असम की पहली पारी में दिल्ली के इस 22 साल के तेज गेंदबाज ने 80 रन देकर 5 विकेट झटके। इसके बाद सोमवार (28 अक्टूबर) को मुश्किल परिस्थितियों में बल्ले से योगदान दिया। उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेली और दिल्ली को असम के स्कोर के करीब पहुंचने में मदद की।
राणा जब बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए तब दिल्ली ने 182 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे। टीम असम की पहली पारी में 330 रन से 148 रन पीछे थी। इसके बाद राणा ने सुमित माथुर के साथ 7वें विकेट के लिए 165 गेंद पर 99 रन की साझेदारी की। राणा ने 59 और सुमित ने 36 रन का योगदान दिया। हर्षित राणा की बल्लेबाजी भारतीय टीम के लिए अच्छी खबर है। ऑस्ट्रेलिया जैसी परिस्थितियों में लोअर ऑर्डर से योगदान की जरूरत होती है।
आईपीएल में चमकने के बाद भारतीय टीम में मौका
हर्षित राणा ने 78 गेंद पर 4 चौके और 3 छक्के की मदद से 59 रन बनाए। वह जब आउट हुए दिल्ली का स्कोर 7 विकेट पर 281 रन हो गया था। यह उनका 10वां फर्स्ट क्लास मैच है। चोट के कारण वह 2023-24 के रणजी ट्रॉफी में नहीं खेल पाए थे। आईपीएल 2024 के 13 मैचों में 20.15 की शानदार औसत से 19 विकेट लेने के बाद राणा को पहली बार जिम्बाब्वे दौरे पर टी20 के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया। हालांकि, उन्हें वहां कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन तब से वे भारतीय टीम के साथ बने हुए हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रिजर्व खिलाड़ी थे
जिम्बाब्वे के बाद राणा को श्रीलंका दौरे पर गई वनडे टीम में भी चुना गया था। उन्होंने फिर बांग्लादेश के खिलाफ टी20 टीम में भी जगह बनाई। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की मौजूदा घरेलू सीरीज के पहले दो टेस्ट के लिए रिजर्व खिलाड़ियों में शामिल थे, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए उन्हें पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किया गया। वह ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुने गए 3 अनकैप्ड खिलाड़ियों में शामिल हैं। राणा के अलावा अभिमन्यु ईश्वरन और नितीश रेड्डी अनकैप्ड खिलाड़ी है।