नई दिल्ली: भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज की तैयारी में है। खिलाड़ी इस समय घरेलू क्रिकेट में खेल रहे हैं। टीम सीरीज की शुरुआत करे इससे पहले मैनेजमेंट को सुनील गावस्कर की ओर से सलाह दी गई है। उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि टीम इंडिया की कैप ऐसे ही नहीं देनी चाहिए। साथ ही यह भी बताया कि भारत को किस तरह विदेश में अभ्यास के लिए तैयारी करनी चाहिए। गावस्कर के मुताबिक विदेशी दौरों पर टीम को ज्यादा अभ्यास करने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर 20 खिलाड़ियों को ले जाना ठीक लगता है क्योंकि शरीर को टाइम जोन के हिसाब से ढलने में समय लगता है। हालांकि इंग्लैंड में यह दिक्कत नहीं होती है। भारत को जून में टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा करना है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने स्पोर्ट्स्टार के कॉलम में लिखा, ‘इंग्लैंड में खिलाड़ियों के लिए मौसम एक चुनौती होती है। भारत के गर्म मौसम से निकलकर इंग्लैंड की ठंडी हवा में रहना आसान नहीं होता है। फिर भी 16 खिलाड़ियों को लेकर जाना यह दिखाता है कि सेलेक्टर्स को पूरा विश्वास नहीं है। यह अच्छा संकेत नहीं है।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने आगे कहा, ‘माना बीसीसीआई के पास पैसा है और वह बड़ा दल भेज सकती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि किसी को भी इंडिया कैप ऐसे ही दे दो। विदेशी दौरों पर प्रैक्टिस गेंदबाजों की कमी खलती है। इसलिए आप गेंदबाज ले जाएं, उन्हें ट्रेनिंग दें, कपड़े दें लेकिन इंडिया कैप न दें।’
गावस्कर ने टेस्ट मैच के बीच के गैप में अभ्यास मैच खेलने की सलाह दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, ‘टेस्ट मैचों के बीच कुछ अंतराल होंगे, और इनका उपयोग अभ्यास खेलों के लिए किया जाना चाहिए। इंग्लैंड में यात्रा लगभग हर बार सड़क मार्ग से होती है, और भारतीय टीम पिछले टेस्ट मैच की आखिरी शाम को अगले टेस्ट वेन्यू पर जाएगी। चूंकि यात्रा का कोई दिन शामिल नहीं होगा, इसलिए टेस्ट के बाद अगले दिन की छुट्टी देना समझ में आता है, लेकिन अगले दो दिनों का उपयोग अभ्यास के लिए किया जाना चाहिए। ऑप्शनल अभ्यास की इस हालिया परंपरा को समाप्त किया जाना चाहिए, और केवल कोच और कप्तान को यह तय करना चाहिए कि अभ्यास से किसे छुट्टी मिलेगी, और यह निर्णय व्यक्तिगत खिलाड़ी पर नहीं छोड़ा जाना चाहिए।’