भोपाल: अखिल भारतीय शतरंज महासंघ एवं मध्य प्रदेश चेस एडहॉक कमेटी के तत्वावधान में अदिति स्वीट्स भोपाल के सहयोग से भोपाल जिला शतरंज संघ एवं एकेडमी ऑफ चेस एजुकेशन द्वारा आयोजित होटल कांता श्रवण पैलेस में संपन्न हुई। भोपाल ओपन फीडे रैपिड रेटिंग शतरंज स्पर्धा में दूसरे दिन अंतिम राउंड में 180 टेबलों पर कई रोमांचक मुकाबले खेले गए और अंतिम नवें राउंड की समाप्ति पर तीसरी वरीयता प्राप्त दिल्ली के खिलाड़ी CM वैभव जयंत राउत ने चौथी वरीयता प्राप्त भोपाल के CM अश्विन डेनियल के साथ ड्रॉ बाज़ी खेलकर संपूर्ण स्पर्धा में अपराजित रहते हुवे सर्वाधिक 8.5/9 अंक के साथ विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया और 25 हज़ार की ईनामी राशी जीती ।
प्रथम वरीयता प्राप्त दिल्ली के आलोक सिंहा ने भोपाल के सूरज चौधरी को तो आठवीं वरीयता प्राप्त जबलपुर के AIM चैतन्य अवध ने उज्जैन के आनंद सिंह कुशवाह को अंतिम राउंड में पराजित कर कुल 8/9 अंकों के साथ दूसरे स्थान के लिए अपना दावा पेश कर दिया जिसमें टाईब्रेक नियमों के अनुसार आलोक सिंहा ने बाज़ी मारते हुए दूसरा तो चैतन्य अवध ने तीसरा स्थान प्राप्त कर क्रमशः 15 हज़ार एवं 10 हज़ार ईनामी राशी जीती । 7.5/9 अंकों के साथ भोपाल के CM अश्विन डेनियल इंदौर के हितेश सिंह जरिया एवं भोपाल के ही राजीव सिंह परिहार ने क्रमशः चौथे से छठवें स्थान पर कब्जा कर ईनामी राशीअपने नाम की।
स्पर्धा में कई वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों को अप्रत्याशित पराजय अथवा मैच बराबरी पर छुटने से विजेता बनने की राह में मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा जिसमें टॉप टेबल्स पर खेले गए 3 मुकाबले प्रमुख रहे जिसमें तीसरी वरीयता प्राप्त महाराष्ट्र के वैभव जयंत राउत ने निम्ज़ों इंडियन डिफेंस का प्रयोग करते हुए आक्रामक शुरुआत की और भोपाल के वेदांत भारद्वाज को शुरुआती चालों में ही उनके प्यादों के सुरक्षा चक्र को तहस-नहस करते हुए एक ही लाइन में दो प्यादों को खड़ा कर अन्य प्यादों से अलग कर दिया और इसी कमज़ोरी का लाभ लेते हुए दबाव बना दिया जिससे अंततः वेदांत ने 35 चालों के पश्चात पराजय स्वीकार कर ली और इसी प्रकार अंतिम राउंड में वैभव ने अपना विजयी सफर जारी रखा और विजेता भी बने ।
प्रथम वरीयता प्राप्त दिल्ली के आलोक सिंहा ने सिसिलियन क्लासिकल डिफेंस के साथ आक्रामक शुरुआत की और अनुभव के सहारे अपने घोड़े को विरोधी खेमे में डालकर चालाकी से सिद्धार्थ उपाध्याय के इस ओपनिंग के महत्वपूर्ण खिलाड़ी काले ऊंट को जल्दी ही खेल से बाहर कर दिया और अपने खेमें में दो ऊंटों की जोड़ी क़ायम की जिसका लाभ मिलना भी निश्चित था किन्तु 62 चालों की बाज़ी में सिद्धार्थ ने सधे हुवे खेल और धैर्य पूर्वक फैसले लेते हुए आलोक को जीतने से वंचित ही रखा और अंततः दोनों खिलाड़ी ड्रॉ करने पर सहमत हुए लेकिन अंतिम राउंड में आलोक ने जीत दर्ज कर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
विजेता रेटिंग केटेगरी 1400 से 1500: कौशलेश गुप्ता 6.5/9 अंक 2000/- ट्रॉफी
विजेता रेटिंग केटेगरी 1501 से 1600: आनंद सिंह कुशवाह 7/9 अंक 2000/- ट्रॉफी
विजेता रेटिंग केटेगरी 1601 से 1700: अभिभव कुमार 7/9 अंक 2000/- ट्रॉफी
विजेता रेटिंग केटेगरी 1701 से 1800: काव्यांश अग्रवाल 7/9 अंक 2000/- ट्रॉफी
बेस्ट अनरेटेड: भूपेंद्र जाटव 6.5/9 अंक 2000/- ट्रॉफी
बेस्ट वेटरन प्लेयर: अशोक विश्वकर्मा 7/9 अंक 2500/-
बेस्ट मध्य प्रदेश प्लेयर: मितांश दीक्षित 7/9 अंक 2500/-
बेस्ट भोपाल प्लेयर: सिद्धार्थ उपाध्याय 7/9 अंक 2500/-
बेस्ट फीमेल प्लेयर: सिया नीरज कुशवाह 6.5/9 अंक 2000/-
बेस्ट फिजिकली चैलेंज्ड: ओपी तिवारी 6.5/9 अंक 2000/-
बेस्ट अंडर 7 गर्ल्स और बॉयज: अमायरा खान 3 अंक ट्रॉफी एवं भव्य अग्रवाल 6 अंक ट्रॉफी
बेस्ट अंडर 9 गर्ल्स और बॉयज: प्रिशा माहेश्वरी 4.5 अंक ट्रॉफी एवं मानस सैनी 5.5 अंक ट्रॉफी
बेस्ट अंडर 11 गर्ल्स और बॉयज: वान्या सक्सेना 5.5 अंक ट्रॉफी एवं सिद्धार्थ मधुर बंग 6 अंक ट्रॉफी
- बेस्ट अंडर 13 गर्ल्स और बॉयज: आरणा 5 अंक ट्रॉफी एवं जतिन मलकानी 5.5 अंक ट्रॉफी। पुरस्कार वितरण समारोह में 100 विजेताओं को उपस्थित वरिष्ठ खिलाड़ी गण एवं आयोजन समिति सदस्यों के द्वारा पुरस्कृत किया गया।