नई दिल्ली: किसी भी सफल व्यक्ति की जिंदगी को आप टटोलें को उसके पीछे संघर्ष की जबरदस्त कहानी होती है। अब भारतीय क्रिकेट में भी एक नया नाम जो बड़े संघर्ष के बाद सफलता की राह पर धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है वो हैं 14 साल के वैभव सूर्यवंशी। वैसे तो वैभव सूर्यवंशी के बारे में अब सभी काफी कुछ जान गए हैं, लेकिन गुजरात के खिलाफ 101 रन की पारी खेलने के बाद उन्होंने अब खुद इसके बारे में दुनिया को बताया।
गुजरात के खिलाफ आईपीएल में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले साथ ही सबसे कम गेंदों पर शतक लगाने वाले भारतीय बनने के बाद वैभव ने आराम से बताया कि उन्होंने किस तरह का संघर्ष अपने जीवन में किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वैभव सूर्यवंशी ने बताया कि मेरी सफलता को पीछे मेरे माता-पिता का पूरा योगदान है। वैभव ने कहा कि मैं जो कुछ भी हूं अपने पैरेंट्स की वजह से हूं, मेरी मम्मी मेरी वजह से कि मुझे प्रैक्टिस करने जाना है तो वो 2 बजे सुबह में उठ रही हैं, 11 बजे सो रही हैं। वो सिर्फ 3 घंटे की नींद ले रही हैं फिर मेरे लिए खाना बना रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वैभव ने आगे बताया कि मेरे पापा भी उठ रहे हैं, उन्होंने काम छोड़ दिया और मेरे बड़े भाई ने पापा का काम संभाला। बड़ी मुश्किल से घर चल रहा है, लेकिन पापा लगे हैं मेरे पीछे कि नहीं करेगा तुम, करेगा तुम, तो वो भगवान देखते हैं कि मेहनत करने वाले को वो कभी असफलता नहीं देखने देते। तो वो जो भी रिजल्ट दिख रहा है, मैं सफल हो रहा हूं तो वो मेरे माता-पिता की वजह से ही है। आपको बता दें कि वैभव ने आईपीएल 2025 के अपनी तीसरी ही पारी में वो कमाल कर दिया जो बेहद काबिलेतारीफ रहा। उन्होंने 35 गेंदों पर शतक लगाकर दिखा दिया कि उनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।