नई दिल्ली: मुंबई क्रिकेट टीम इन दिनों ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को लेकर खूब चर्चा में है। पृथ्वी शॉ टीम से अंदर-बाहर हो रहे हैं और कहा जा रहा है कि वो अपनी फिटनेस साथ ही अपने व्यवहार को लेकर गंभीर नहीं है और इसकी वजह से ही उन्हें टीम से बाहर किया जा रहा है। इन सारी बातों के बीच विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत हो चुकी है और मुंबई की टीम में पृथ्वी नहीं हैं। श्रेयस अय्यर की कप्तानी में इस टूर्नामेंट में मुंबई का पहला मैच कर्नाटक के साथ है।
मुंबई ने कर्नाटक के खिलाफ मुकाबले में गजब का प्रदर्शन किया और पहले खेलते हुए 50 ओवर में 4 विकेट पर 382 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर गिया। इस मैच में कर्नाटक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन उनका ये फैसला उन्हें भारी पड़ गया और इस टीम को जीत के लिए 383 रन का विशाल टारगेट मिला। मुंबई को इस विशाल स्कोर तक पहुंचाने में कप्तान श्रेयस अय्यर की शतकीय पारी का बड़ा योगदान रहा।
श्रेयस और शिवम ने खेली टी20 जैसी पारी
मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर ने इस मैच में टी20 की तरह से बल्लेबाजी की और उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत शतक के साथ की। उन्होंने इस मुकाबले में 55 गेंदों पर 10 छक्के और 5 चौकों की मदद से नाबाद 114 रन की पारी 207.27 की स्ट्राइक रेट से ठोक दिए जबकि शिवम दुबे भी नाबाद रहे और उन्होंने 36 गेंदों पर 5 छक्के और 5 चौकों की मदद से नाबाद 63 रन की पारी खेली। मुंबई के ओपनर बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी ने 6 रन बनाए, लेकिन आयुष महात्रे ने 2 छक्के और 6 चौकों की मदद से 78 रन की पारी खेली। विकेटकीपर हार्दिक तामोरे ने भी बल्ले से कमाल दिखाया और 3 छक्के 7 चौकों की मदद से 84 रन की पारी खेली।
आपको बता दें कि इन दिनों मुंबई के ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ खूब चर्चा में हैं। पृथ्वी शॉ विजय हजारे टूर्नामेंट से पहले सैयद मुश्ताक अली में मुंबई की टीम का हिस्सा थे, लेकिन इसमें उनका प्रदर्शन साधारण रहा था। इसके बाद उन्हें विजय हजारे के लिए घोषित हुई टीम में जगह नहीं दी गई। शॉ के मुंबई की टीम में जगह क्यों नहीं दी गई इसके बारे में मुंबई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया था कि वो अनुशासन में नहीं रहते साथ ही उनसे फील्डिंग भी नहीं होती और टीम 10 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरती है। वो गेंद को पकड़ने में भी सक्षम नहीं हैं।