नई दिल्ली: वडोदरा के कोटाम्बी स्टेडियम में बुधवार 15 जनवरी 2025 को विजय हजारे ट्रॉफी 2025 के दोनों सेमीफाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। पहला सेमीफाइनल हरियाणा और कर्नाटक के बीच है, जबकि दूसरा सेमीफाइनल विदर्भ और महाराष्ट्र में खेला जाएगा। इसके बाद शनिवार को फाइनल होगा। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की तरह विजय हजारे ट्रॉफी भी एक हाई-स्कोरिंग टूर्नामेंट रहा है, जिसमें खिलाड़ियों ने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं।
इसमें करुण नायर जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के नाम भी शामिल है। करुण नायर हाल ही में लिस्ट ए क्रिकेट में लगातार चौथी सेंचुरी जड़ने वाले तीसरे भारतीय बने। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ टूर्नामेंट में बतौर बल्लेबाज ज्यादा सफल नहीं हो पाये हैं, लेकिन सेमीफाइनल में उनसे भी बड़ी पारी की उम्मीद होगी। टूर्नामेंट के अंतिम चरण में पहुंचने के साथ ही, यहां सेमीफाइनल में खेलने वाले खिलाड़ियों पर एक नजर डालते हैं।
हरियाणा और कर्नाटक
निशांत सिंधु: 20 साल के इस खिलाड़ी ने पिछले दो मुकाबलों में ऑलराउंड क्षमता से अपनी छाप छोड़ी है। बल्ले से उल्लेखनीय योगदान देने के अलावा, बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करने वाले निशांत सिंधु हरियाणा के प्रमुख गेंदबाजों में से एक हैं। वह टूर्नामेंट में अब तक 9 मैच में 313 रन और 12 विकेट ले चुके हैं।
अंशुल कम्बोज: घरेलू सर्किट से उभरने वाले होनहार तेज गेंदबाजों में से एक अंशुल कम्बोज गेंद को दोनों तरफ घुमाने में माहिर हैं। यही वजह है कि वह नई गेंद से घातक साबित होते हैं। फॉर्म में चल रहे कर्नाटक के बल्लेबाजी क्रम के खिलाफ, उनकी गेंदबाजी मैच का नतीजा तय कर सकती है। वह निचले क्रम में उपयोगी बल्लेबाज भी हैं। वह टूर्नामेंट में अब तक 9 मैच में 16 विकेट ले चुके हैं।
मयंक अग्रवाल: मयंक अग्रवाल अपनी अविश्वसनीय फॉर्म के साथ आगे से टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। टूर्नामेंट में अब तक मयंक अग्रवाल ने पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, हैदराबाद और नगालैंड के खिलाफ 4 शतक बनाए हैं। हालांकि, करियर के इस पड़ाव पर उनका राष्ट्रीय टीम में वापसी करना दूर की कौड़ी लगता है, लेकिन मयंक अग्रवाल को पता है कि टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन से उन्हें नीलामी में नहीं बिकने के बाद आईपीएल में मौका मिल सकता है। वह टूर्नामेंट में अब तक 8 मैच में 123.80 के औसत और 109.75 के स्ट्राइक रेट से 619 रन बना चुके हैं।
विदर्भ और महाराष्ट्र
करुण नायर: इस समय विजय हजारे ट्रॉफी में विदर्भ की कप्तानी कर रहे करुण नायर से आगे देखना असंभव है। उन्होंने सेमीफाइनल में पहुंचने से पहले ही 5 शतकों के साथ टूर्नामेंट में तहलका मचा रखा है, जिसमें चार लगातार शतक शामिल हैं। नॉकआउट में प्रदर्शन के साथ अगर करुण नायर सेमीफाइनल में अपनी फॉर्म का पूरा फायदा उठाते हैं तो भविष्य की चयन बैठकों में उनके नाम पर निश्चित रूप से चर्चा होगी। वह अब तक 7 मैच में 664.00 के औसत और 120.07 के स्ट्राइक रेट से 664 रन बना चुके हैं। वह अब तक टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले हैं।
ऋतुराज गायकवाड़: ग्रुप चरण में सर्विसेज के खिलाफ नाबाद 148 रन बनाने के बाद ऋतुराज गायकवाड़ का फॉर्म गिर गया है। तब से उन्होंने 8, 12, 13 और 5 के स्कोर बनाए हैं। उनके नाम 8 मैच की 6 पारियों में 37.40 के औसत से सिर्फ 187 रन ही हैं। ये आंकड़े उनकी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं करते हैं, लेकिन 50 ओवर का फॉर्मेट ऋतुराज गायकवाड़ के लिए सबसे मजबूत खेल है। अगर वह उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हैं, तो चैंपियंस ट्रॉफी और उसके बाद के मुकाबलों में उनके नाम पर चर्चा हो सकती है।
मुकेश चौधरी: पिछले दो सीजन में चोटों से जूझने के बाद बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी ने लय वापस पा ली है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद मुकेश चौधरी ने विजय हजारे ट्रॉफी में भी अपनी फॉर्म बरकरार रखी है। नई गेंद से कुशल गेंदबाजी करने वाले मुकेश चौधरी को डर्बी में विदर्भ के फॉर्म में चल रहे शीर्ष क्रम द्वारा चुनौती दी जाएगी। उन्होंने अब तक 6 मैच में 5.49 की इकॉनमी और 30.20 के औसत से 10 विकेट लिए हैं। मुकेश चौधरी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से एक थे।