भोपाल, 04 अक्टूबर, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने प्रदेश के सर्वोच्च विक्रम, एकलव्य, विश्वामित्र तथा लाईफ टाईम अचिव्हमेंट खेल पुरस्कार-2018 के चयनित खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अर्जुन अवार्डी ओलम्पियन पद्मश्री सुशील कुमार, म.प्र. ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष रमेश मेन्दोला एवं सचिव दिग्विजय सिंह, रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की अध्यक्षा श्रीमती राजलक्ष्मी सिंहदेव, अपर मुख्य सचिव खेल डाँ. एम.मोहनराव, संचालक, खेल और युवा कल्याण डाँ. एस.एल. थाउसेन उपस्थित थे।
अब हमारा अगला लक्ष्य ओलम्पिक खेल मंत्री-समारोह को संबोधित करते हुए खेल मंत्री यशोधरा राज सिंधिया ने कहा कि खेलों में डीएनए कोई मायने नहीं रखता। कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय हमेशा लक्ष्य तक पहुँचने में मददगार साबित होता है। उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी नकारात्मकता को सफलता में परिवर्तित करते हैं, तो कामयाबी सुनिश्चित है। कामयाबी के लिए दृढ़ता और सेक्रिफाईज भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में प्रदेश ने खेलों में नया इतिहास रचा है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की पहचान बनी है। अब हमारा अगला लक्ष्य ओलम्पिक है। खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक द्वारा प्रशिक्षण और अत्याधुनिक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने संचालक ख्ेाल और युवा कल्याण डाँ. एस.एल. थाउसेन और पूर्व खेल संचालक उपेन्द्र जैन की कार्यशैली की सराहना की।
मिल रही हैं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं – ओलम्पियन एवं पद्मश्री सुशील कुमार ने कहा कि मध्यप्रदेश में खेलों के लिए जिस प्रकार की सुविधाएँ खिलाड़ियों को उपलब्ध करायी जा रही है, वह अन्यत्र कहीं नहीं है। खिलाड़ियों को चाहिए कि वे इन उच्चस्तरीय सुविधाओं का पूरा फायदा उठाएँ।
एशियन गेम्स विजेताओं को मिली सम्मान निधि–
समारोह में एशियन गेम्स, जकार्ता में भारत के लिए पदक जीतने वाली तीरंदाज खिलाड़ी मुस्कान किरार, सेलिंग खिलाड़ी हर्षिता तोमर और हाॅकी खिलाड़ी विवेक सागर को एशियन गेम्स में पदक जीतने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की थी, उन्हें मध्यप्रदेश शासन द्वारा शिखर खेल अलंकरण समारोह में विशेष रूप से सम्मानित किया गया। एशियन गेम्स में तीरंदाजी कम्पाउण्ड टीम इवेंट में रजत पदक जीतने वाली मुस्कान किरार को 75 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। तीरंदाजी अकादमी के मुख्य कोच श्री रिचपाल सिंह सलारिया को 10 लाख, सहायक कोच अशोक यादव को 5 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई। सेलिंग खेल के लेजर 4.7 ओपन क्लास में कांस्य पदक विजेता नेशनल सेलिंग स्कूल की हर्षिता तोमर को 50 लाख रुपये, उनके मुख्य कोच अर्जुन अवार्डी जी.एल. यादव को 10 लाख, सहायक कोच सूबेदार मेजर पी. मधु और अनिल शर्मा को 5-5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। इसी तरह एशियन खेल में पुरूष हाॅकी टीम के कांस्य पदक विजेता विवेक सागर को 50 लाख एवं उनके मुख्य प्रशिक्षक रहे ओलम्पियन अशोक कुमार को 10 लाख रुपये, महिला हॉकी अकादमी के चीफ कोच परमजीत सिंह को 10 लाख और सहायक कोच सुश्री वंदना उइके को 5 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई।
स्मारिका का विमोचन
समारोह की शुरुआत सुहासिनी जोशी के गाए वंदे मातरम् गायन से हुई। इसके बाद अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम में अवार्ड से पहले स्मारिका का विमोचन किया गया। समारोह के समापन पर संचालक खेल डॉ. एसएल थाउसेन ने मंचासीन अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर आभार व्यक्त किया।
सम्मानित खेल हस्तियाँ ,एकलव्य पुरस्कार– अद्वैत पागे (तैराकी) इन्दौर, कु. आध्या तिवारी (सॉफ्ट टेनिस) होशंगाबाद, कु. जहान्वी श्रीवास्तव (कैनोइंग-कयाकिंग) भोपाल, कु. श्रेया अग्रवाल (शूटिंग) जबलपुर, कु. मुस्कान किरार (तीरंदाजी) जबलपुर, कु. नाओरेम अनीता देवी (साइक्लिंग) जबलपुर, श्री राजू सिंह भदौरिया (घुड़सवारी) भिण्ड, कु. नम्रता बत्रा (वूशु) इन्दौर, कु. उमा चैहान (सेलिंग) भोपाल, कु. निशा तायड़े (फेंसिंग) भोपाल, कु. दुर्वा मुद्रीस (सॉफ्टबॉल) इन्दौर, कु. नीरज राणा (हॉकी) ग्वालियर, विवेक प्रसाद सागर (हॉकी) होशंगाबाद, आकाश नैनिवाल (कबड्डी) इन्दौर, और परितेश पाल (पावर लिफ्टिंग) इन्दौर।
विक्रम पुरस्कार- कु. हर्षिता तोमर (सेलिंग) होशंगाबाद,वीरेन्द्र बाथम (कैनोइंग-कयाकिंग) भोपाल, प्रणय खरे (घुड़सवारी) भोपाल, कु. अनम बासित (शूटिंग) भोपाल, कु. कीर्ति चंदानी (सॉफ्ट टेनिस) भोपाल, कु. रूकमनी (रोइंग) राजगढ़, कु. जूही झा (खो-खो) इन्दौर, कु. पूजा वस्त्रकार (क्रिकेट) शहडोल, भीम सोनकर (पॉवर लिफ्टिंग) इन्दौर तथा दिव्यांग श्रेणी में सोनू गोलकार (क्रिकेट) भोपाल।
विश्वामित्र पुरस्कार–विनोद मिश्रा (कैनोइंग-कयाकिंग) भोपाल और मुटुम इबोमचा सिंह (साईक्लिंग) जबलपुर को तथा दलीय खेल में घनश्याम चैधरी (कबड्डी) इन्दौर को प्रदान किया गया।
लाइफ टाइम एचिव्हमेंट पुरस्कार-सुधीर वर्मा को प्रदान किया गया।